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Indian Railway : बरेली जंक्शन पर श्रमजीवी एक्सप्रेस में मिली 12 बोतल शराब, बैग छोड़कर भागे आरोपित, मामला दर्ज

Indian Railway Crime बरेली जंक्शन पर जीआरपी को चेकिंग के दौरान श्रमजीवी एक्सप्रेस में 12 बोतल शराब मिली है। जीआरपी को यह शराब चेकिंग के दौरान एक बैग में रखी मिली। जो दिल्ली मार्का है। जीआरपी ने मामला दर्ज कर लिया है।

By Ravi MishraEdited By: Published: Thu, 19 May 2022 01:24 PM (IST)Updated: Thu, 19 May 2022 01:24 PM (IST)
Indian Railway : बरेली जंक्शन पर श्रमजीवी एक्सप्रेस में मिली 12 बोतल शराब, बैग छोड़कर भागे आरोपित, मामला दर्ज
Indian Railway : बरेली जंक्शन पर श्रमजीवी एक्सप्रेस में मिली 12 बोतल शराब, बैग छोड़कर भागे आरोपित, मामला दर्ज

बरेली, जेएनएन। Indian Railway Crime : रुड़की स्टेशन मास्टर को बीते दिनों मिले पत्र में मुरादाबाद मंडल के सात स्टेशन को उड़ाने की धमकी दी गई थी। जिसके बाद से जीआरपी व आरपीएफ को अलर्ट किया गया है। आतंकी धमकी को देखते हुए ट्रेनों में सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है।बरेली जंक्शन पर लगातार टीमें चेकिंग कर रही हैं।

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श्रमजीवी एक्सप्रेस में कोई 12 बोतल शराब छोड़ कर भाग गया।जीआरपी ने सभी बोतल कब्जे में लेकर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।थाना प्रभारी निरीक्षक ध्रुव कुमार का कहना है कि जो 12 बोतल शराब मिली है।वह इम्पीरियल ब्ल्यू ब्रांड विस्की दिल्ली मार्का है।ट्रेन के कोच एस-5 में एक बैग मिला था।जिसमें 12 बोतल शराब की थी।मामले में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। 

आंवला इफ्को साइट से तार चोरी मामले में आरपीएफ खाली हाथ

मुरादाबाद मंडल अंतर्गत आने वाली इफ्को प्राइवेट रेलवे साइटिंग में ओएचई लाइन डाली जा रही थी। बीते दिनों यहां कुछ शातिर चोरों ने 160 मीटर तार चोरी कर लिया था। मामले की जानकारी पर आरपीएफ मुरादाबाद मंडल के असिस्टेंट कमांडेंट त्रिलोक सिंह रावत मौके पर पहुंचे थे। उन्होंने आरपीएफ जंक्शन प्रभारी निरीक्षक अभिषेक बिजारणिया को आठ दिन में घटना का राजफाश करने के निर्देश दिए थे।

पूरे मामले में आरपीएफ के हाथ अभी तक खाली है। आरपीएफ इस मामले में घटनास्थल पर सक्रिय मोबाइलों के माध्यम से आरोपितों तक पहुंचने का प्रयास करने में लगी है। दरअसल आरपीएफ कि खुफिया टीम सीआइबी, एसआइबी को भी अभी तक मामले में कोई सफलता नहीं मिली है। जांच में अब तक तार चोरी के पुराने मामलों में पकड़े गए आरोपितों और पुराने गैंग के सरगनाओं से पूछताछ कर चुकी है।

आरपीएफ अब बीटीएस (बेस ट्रांसरिसीवर स्टेशन) से मिलने वाले डेटा का इंतजार कर रही है। जिसके जरिए यह पता लगाया जा सकेगा की चोरी की घटना के समय कितने और किस-किसके मोबाइल आसपास सक्रिय थे। बता दें कि बिशारतगंज से इफको परियोजना तक आठ किलोमीटर लंबे रेल मार्ग पर विद्युतीकरण कार्य चल रहा है जहां ओएचई तार चोरी की घटना को अंजाम दिया गया था।


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