मुहर्रम की आठवीं को जुलूस में गूंजीं हुसैन की सदाएं Bareilly News
तख्त-ताजियों के जुलूस इमामबाड़ा फतेह निशान पहुंचे। यहां उलमा-ए-कराम ने शहीदाने कर्बला पर रोशनी डाली। अकीदतमंदों ने नियाज दिलाई।
बरेली, जेएनएन : मुहर्रम की आठवीं तारीख पर रविवार को तख्त-ताजियों के जुलूस इमामबाड़ा फतेह निशान पहुंचे। यहां उलमा-ए-कराम ने शहीदाने कर्बला पर रोशनी डाली। अकीदतमंदों ने नियाज दिलाई। वहीं, खानकाह नियाजिया पर भी लंगर का एहतमाम किया गया। प्रबंधक शब्बू मियां नियाजी आदि मौजूद रहे। मालगोदाम रोड पर तख्त रखा गया। अनवर, यासीन नियाजी, मुन्ने मियां आदि रहे।
आठ लाख का बनाया तख्त
मोहनपुर के मसीतगंज गौटिया में आठ लाख की लागत से तख्त पर तांबे- पीतल की कारीगरी की गई है। पैगाम-ए-इमाम हुसैन संस्था ने लंगर आयोजित किया। हकीम आहिद हुसैन, आमीन खां, ताहिर अली खां, फारूख अंसारी आदि थे।
कर्बला के पास सफाई की मांग
बाकरगंज की बरेली ईदगाह कर्बला प्रबंध कमेटी सदर खलील अहमद ने पुलिस-प्रशासन से सुरक्षा व्यवस्था, साफ-सफाई, बिजली, पानी का बंदोबस्त कराने की मांग की है।
हुसैन ने भारत आने की जताई थी इच्छा
शिया समुदाय रंजो-ओ-गम के साथ मातम मना रहा है। इमामबाड़ा फतेह निशान पर मौलाना सफी असगर नज्मी ने कहा- इस्लाम मुल्क से मुहब्बत का पैगाम देता है। इमाम हुसैन ने भारत आने की इच्छा जताई थी।