किसान आत्महत्या के मामले में एसडीएम ने देखे हालात, आर्थिक सहायता के लिए की संस्तुति Bareilly News
गांव पहुंचा खुर्द पहुंच कर एसडीएम और तहसीलदार ने किसान की खुदकशी की वजह जानने का प्रयास किया। खेतों में हुए नुकसान के बारे में भी दोनों अधिकारियों ने जानकारी की।
बरेली, जेएनएन : गांव पहुंचा खुर्द पहुंच कर एसडीएम और तहसीलदार ने किसान की खुदकशी की वजह जानने का प्रयास किया। खेतों में हुए नुकसान के बारे में भी दोनों अधिकारियों ने जानकारी की। प्रारंभिक जांच के बाद मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से आर्थिक सहायता की संस्तुति भी कर दी।
पहुंचा खुर्द निवासी धर्मदास ने दो दिन पहले जहर खाकर जान दे दी थी। परिजनों ने बताया था कि ओलावृष्टि में फसल को हुए नुकसान के चलते उसने जान दी थी। यह भी बताया था कि बीमार पुत्र के इलाज के लिए लाखों रुपये कर्ज लिया था। फसल नष्ट होने के चलते वह सदमे में था कि कर्ज कैसे चुकाएगा।
इसके चलते ही उसने जान दे दी। इसकी सूचना पर सोमवार को एसडीएम राजेश चंद्र और तहसीलदार अरविंद कुमार तिवारी ने अलग-अलग पहुंचा खुर्द पहुंचकर धर्मदास के मौत के कारणों की जांच की। साथ ही बरसात व ओलावृष्टि से फसलों में हुई क्षति का भी जायजा लिया।
मृतक की आर्थिक स्थिति को दयनीय मानते हुए प्रारंभिक जांच में मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से आíथक सहायता दिए जाने की संस्तुति की है। दोनों पुत्रों से अलग-अलग बात की। फसलों में हुई क्षति को देखा। उपस्थित ग्रामीणों से जानकारी ली। एसडीएम राजेश चंद्र ने बताया कि तहसीलदार से जांच रिपोर्ट मिली है।
मृतक आश्रितों को मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से आíथक सहायता की संस्तुति की गई है। पूछे जाने पर उन्होंने अनुमानित क्षति महज 15 फीसद बताया।
परिजनों से मिले सपाई : समाजवादी के प्रतिनिधिमंडल ने पहुंचा खुर्द में मृतक किसान धर्मदास के परिजनों से मुलाकात की। जिलाध्यक्ष अगम मौर्य व महासचिव सतेंद्र यादव ने पीड़ित परिवार को 20 लाख रुपये दिलाए जाने की मांग की। परिजनों को ढांढस बंधाया और पीड़ितों की आवाज लखनऊ तक उठाने का भरोसा दिया। इस दौरान गुरु प्रसाद काले, जय प्रकाश भास्कर, सुमित गंगवार, मयंक शुक्ला थे।
किसानों को प्रचार प्रसार के माध्यम से बताया जा रहा है कि वह फसलों की क्षति के लिए हेल्पलाइन नंबर के साथ कार्यालय में भी सूचना दे सकते हैं। जानकारी भी जुटाई जा रही है। - धीरेंद्र चौधरी, जिला कृषि अधिकारी