Basic Education : बरेली के इस शिक्षक का आइडिया देश के 54 स्कूलों तक पहुंचा, जानिए कैसे
अक्सर आप टीवी में देखते और सुनते हैं कि एक आइडिया आपकी दुनिया बदल देगा। जी हां बरेली के प्राइमरी स्कूल पिपरिया के एक शिक्षक ऐसे ही हैं।
बरेली, [अखिल सक्सेना] । अक्सर आप टीवी में देखते और सुनते हैं कि एक आइडिया आपकी दुनिया बदल देगाा। जी हां, बरेली के प्राइमरी स्कूल पिपरिया के एक शिक्षक ऐसे ही हैं, जिनका स्कूल बैंक आइडिया देश के 54 स्कूलों के लिए मिसाल बन गया है। इसमें शिक्षक अपने पास से बच्चों के लिए पूरी स्टेशनरी की व्यवस्था करके स्कूल बैंक में रखते हैं। जिन बच्चों के पास स्टेशनरी नहीं होती, स्कूल बैंक फ्री उपलब्ध कराता है। नए सत्र में स्कूल खुलते ही बरेली जिले के 12 नए स्कूल इस आइडिया को अपने यहां लागू करेंगे। जिससे ज्यादा से ज्यादा बच्चों को यह सुविधा मिल सके।
सौरभ शुक्ला बतौर भोजीपुरा प्राइमरी स्कूल पिपरिया में बतौर सहायक अध्यापक तैनात हैं। यहां 325 बच्चे पढ़ते हैं। उन्होंने बच्चों के पास स्टेशनरी की कमी देख सितंबर वर्ष 2017 में स्कूल बैंक आइडिया विकसित किया। इसमें उन्होंने अपने पास से रबर, पेंसिल, कटर, स्केल, कलर, कॉपियां, शीट और किताबें सहित स्टेशनरी के सभी साधन जुटाए। स्कूल की हेड गायत्री यादव ने भी पूरा सहयोग दिया।
स्कूल के सबसे एक्टिव बच्चे को बनाया बैंक मैनेजर
स्कूल के सबसे एक्टिव छात्र को इस बैंक का मैनेजर बना दिया गया। मैनेजर सभी क्लास में जाकर देखता है कि कौन-कौन बच्चे के पास स्टेशनरी या कॉपी-किताब नहीं है। फिर बैंक से उसे फ्री में दिया जाता। रजिस्टर पर एंट्री भी कराई जाती। फिर छुट्टी के समय वापस बैंक में जमा करा लिया जाता। इससे बच्चों में लेखा जोखा सीखने की आदत भी विकसित होती है। इस नवाचार को लोगों को काफी पसंद किया। देखते देखते बरेली के 23 स्कूल सहित अजमेर, रीवा, जबलपुर, हरिद्वार के साथ लखीमपुर, देवरिया, प्रयागराज, पीलीभीत, हापुड, कौशांबी मिलाकर 54 स्कूल इस चेन का हिस्सा बन गए। इसमें करीब आठ हजार बच्चों को स्टेशनरी व अन्य सुविधाएं मिलने लगीं। सौरभ बताते हैं कि लोगों को आइडिया का पता चला और उन्होंने मुझसे संपर्क करके अपने यहां भी इसे लागू किया।
मिल चुका है राष्ट्रीय शिक्षक नवाचार पुरस्कार
सौरभ बताते हैं कि इस नवाचार के लिए राष्ट्रीय शिक्षक नवाचार पुरस्कार 2019 को मिला था। अब स्कूल खुलने का इंतजार है। जिससे स्कूल बैंक की सोच को आगे बढ़ाया जा सके। वह बताते हैं कि बरेली के अलावा बाहर से कई शिक्षकों ने इसे शुरू करने के लिए कहा है।
इन स्कूलों में शुरूहोगा स्कूल बैंक
प्राइमरी स्कूल मानपुर मझगवां, प्राइमरी स्कूल अखा, उच्च प्राइमरी स्कूल शिव नगर, प्राइमरी स्कूल अभयपुर, प्राइमरी स्कूल धौरा, प्राइमरी स्कूल धौरा-2, प्राइमरी स्कूल चकदाह भगवतीपुर, उच्च प्राइमरी स्कूल चकदाह भगवतीपुर, प्राइमरी स्कूल तजुआ, प्रइामरी स्कूल मियापुर, प्राइमरी स्कूल आसपुर, प्राइमरी स्कूल गुलडिय़ा अताहुसैन सहित कई अन्य।
लांच होगी वेबसाइट और मोबाइल एप
शिक्षक सौरभ के मुताबिक ज्यादा से ज्यादा बच्चों को लाभ देने के लिए और शिक्षक इससे जुड़े, इसलिए जल्द ही स्कूल बैंक इंडिया वेबसाइट और मोबाइल ऐप की शुरुआत की जाएगी। शिक्षक इसके माध्यम से सीधे जुड़ सकेंगे।
शिक्षक सौरभ शुक्ला का स्कूल बैंक का आइडिया बहुत अच्छा है। इससे स्कूली बच्चों की मदद आसानी से की जा सकती है। दूसरे शिक्षकों को भी इनसे प्रेरणा लेनी चाहिए। विनय कुमार, बीएसए, बरेली