हिमाकत देखिए, पुलिस के सामने बीवी को तीन तलाक Bareilly News
पुलिस परामर्श केंद्र में उस वक्त काउंसलर के साथ ही पुलिसकर्मी भी थे। इससे बेखौफ उसे तीन तलाक कह दिया।
बरेली, जेएनएन : तीन तलाक पर कानून बनने के बाद भी खौफ नहीं। दो मामले ऐसे आए जिनमें पुलिस के सामने ही पतियों ने अपनी पत्नियों को तीन तलाक दे दिया। मामला एसएसपी तक पहुंचा तो उन्होंने एक मामले में मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए। दूसरा प्रकरण तो महिला थाने अंदर हुआ। पति ने तीन तलाक बोला तो पुलिसकर्मी भी हैरान रह गए। उसे वहीं बैठाया, हड़काया और समझाया। इसके बाद वह समझौते को राजी हुआ।
परामर्श केंद्र में तीन तलाक कहा और भाग निकला
सिरौली की नई बस्ती निवासी गुलिस्ता का निकाह डेढ़ साल पहले वहीं के रहने वाले लईक अहमद के साथ हुआ था। आरोप है कि निकाह के कुछ दिन बाद ही ससुरालियों ने गुलिस्ता को दहेज के लिए परेशान करना शुरू कर दिया। एक महीने पहले उन्होंने ससुराल वालों के खिलाफ दहेज उत्पीडऩ का मुकदमा दर्ज करा दिया। वहां से मामला पुलिस परामर्श केंद्र पहुंचा ताकि समझौता हो जाए। बुधवार को दोनों पक्षों को बुलाया गया था।
यहां काउंसलिंग के दौरान लईक अहमद ने बताया कि वह गुलिस्ता को तलाक दे चुका है और उसके साथ नहीं रहना चाहता। गुलिस्ता ने इसे गलत बताते हुए कहा कि लईक ने तलाक नहीं दिया है। इससे बौखलाए लईक अहमद ने गुलिस्ता को वहीं तीन बार तलाक बोला और भाग गया। पुलिस परामर्श केंद्र में उस वक्त काउंसलर के साथ ही पुलिसकर्मी भी थे। इससे बेखौफ उसे तीन तलाक कह दिया। गुरुवार को गुलिस्ता एसएसपी मुनिराज जी. से मिलीं और शिकायत की। एसएसपी ने लईक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं।
पहले खाना बेकार बनने पर, फिर शिकायत की तो तलाक कहा
बिहारीपुर की चांदनी का निकाह एक साल पहले किला के स्वालेनगर के रहने वाले शाकिर के बेटे राशिद से हुई थी। राशिद दिव्यांग है। चांदनी ने बताया कि निकाह के बाद से ही पति परेशान करने लगा। कहता कि उनके हाथ का खाना पसंद नहीं, मारपीट करता। दहेज में कार की मांग करने लगा।
आरोप है कि दस दिन पहले भी खाना ठीक न बनने की बात कहते हुए उसने विवाद किया, फिर तीन तलाक बोलकर घर से निकाल दिया। चांदनी ने इसकी शिकायत महिला थाने में की। गुरुवार को दोनों पक्ष महिला थाने में पहुंचे। यहां बातचीत के दौरान दोनों पक्षों में बहस हो गई। चांदनी का आरोप है कि थाने में राशिद ने पुलिस वालों के सामने उसे तीन तलाक कह दिया। थाने में तीन तलाक की घटना से महिला पुलिस भी सकते में आ गई। मामला एकाएक तूल पकड़ गया। पुलिस ने राशिद को पकड़ लिया।
बाद में दोनों पक्षों में समझौते को लेकर बातचीत होने लगी। इसके बाद दोनों पक्षों ने थाने में लिखकर दे दिया कि वह घर पर बैठकर मामले को निपटा लेंगे। हालांकि बाद में महिला थाना पुलिस थाने में तलाक की बात से इन्कार करने लगी। इंस्पेक्टर लोकेश शरण का कहना है कि दोनों पक्ष आए थे। थाने में तलाक देने जैसी कोई बात नहीं है। लड़की बता रही थी कि घर पर ही तलाक दिया है। दोनों पक्षों ने लिखकर दिया है कि वह अपना आपस में बैठकर समझौता कर लेंगे। इसके बाद वह चले गए।
किसी भी व्यक्ति को कानून से खिलवाड़ की इजाजत नहीं दी जाएगी। तीन तलाक के मामले में मुकदमा दर्ज करने के आदेश दे दिए गए हैं। -मुनिराज जी, एसएसपी।
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