खाद्यान्न घोटाला : मंडल में कैसे बंटा निरस्त राशन कार्डधारकों को राशन, एसआर्इटी खोलेगी पर्ते... जानिए कैसे Bareilly News
एसआइटी गुरुवार को शाहजहांपुर में करेगी इसके बाद बरेली पहुंचेगी। चार दिन यहीं रहकर घपलेबाजी की तह तक पहुंचने का प्रयास करेगी। पीलीभीत में भी घोटाले की पर्तें खोलेगी।
जेएनएन, बरेली : सूबे के 14 जिलों में खाद्यान्न घोटाले की जांच को मुख्यमंत्री के निर्देश पर विशेष अनुसंधान दल (एसआइटी) का गठन किया गया है। जांच के दायरे में बरेली, पीलीभीत और शाहजहांपुर जिला भी है। एसआइटी गुरुवार को शाहजहांपुर में करेगी, इसके बाद बरेली पहुंचेगी। चार दिन यहीं रहकर घपलेबाजी की तह तक पहुंचने का प्रयास करेगी। पीलीभीत में भी घोटाले की पर्तें खोलेगी।
Online Checking में पकड़ी गई गड़बड़ी
जिन जिलों में एसआइटी जांच कराई जा रही है, वहां ऑनलाइन चेकिंग में गड़बड़ी पकड़ में आई है। आरोप है कि जांच में हजारों राशन कार्ड निरस्त कर दिए गए। उसके बावजूद भी कोटेदारों ने ई-पॉस मशीन से खाद्यान्न वितरित कर दिया। इस तरह ऑनलाइन राशन कार्ड कम और खाद्यान्न वितरण ज्यादा हुआ। मामला पकड़ में आने के बाद मुख्यमंत्री तक शिकायत पहुंची।
शासन ने दिया SIT जांच कराने का Order
शासन के निर्देश पर पुलिस उपमहानिरीक्षक विशेष अनुसंधान दल जे रविंदर गौड़ ने नौ दिसंबर को तीन सदस्यीय एसआइटी गठित कर दी। उनका यह आदेश यहां पहुंच गया है। तीनों जिला पूर्ति अधिकारियों को जांच में सहयोग के लिए निर्देशित कर दिया गया है। टीम गुरुवार को पहुंचेगी।
एसआइटी जांच का आदेश आ गया है। टीम के गुरुवार को शाहजहांपुर होकर पहुंचने की सूचना है। जहां तक खाद्यान्न में गड़बड़ी का सवाल है तो यह गलत है। कार्ड निरस्त नहीं हुए उनके नंबर बदले गए थे। उसी आधार पर कार्डधारकों को राशन वितरित हुआ।
-सीमा त्रिपाठी, जिला पूर्ति अधिकारी, बरेली