Loksabha Election 2019: राजनाथ ने गठबंधन पर ली चुटकी, बोले- रालोद मुखिया को उतारने पड़ गए जूते, यह तो शुरूआत है
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह रविवार को दूसरे दिन बदायूं में ताबड़तोड़ रैली करते हुए सपाई किले में सेंध लगाने की कोशिश की। जनसभा में गठबंधन और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला।
जेएनएन, बदायूं : केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह रविवार को दूसरे दिन बदायूं में ताबड़तोड़ रैली करते हुए सपाई किले में सेंध लगाने की कोशिश की। बदायूं लोकसभा प्रत्याशी संघमित्रा मौर्या के समर्थन में आयोजित जनसभा में गठबंधन और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सपा, बसपा, रालोद अकेले दम पर मोदी के सामने टिक नहीं सकते इसलिए गठबंधन बना लिया। उन्होंने देवबंद में गठबंधन की संयुक्त रैली में हुए वाकया का जिक्र करते हुए चुटकी ली। बोले, चुनावी रैली में जहां तीनों ही पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शामिल थे वहां रालोद मुखिया चौधरी अजीत सिंह को प्रोटोकॉल फॉलो करते हुए जूते उतारने पड़ गए। यह गठबंधन की शुरूआत है जो चुनाव परिणाम के बाद किस स्थिति में रहेगा।
बिसौली विधानसभा क्षेत्र के गांव बगरैन में हुई जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि जनधन योजना से सभी के बैंक खाते खुले जिससे दिल्ली से आने वाला धन सीधे उनके खाते में आने लगा। इससे पहले हर योजना पर करीब दस करोड़ रुपये बिचौलिया खा जाते थे।
तिनके की तरह उड़ जाएगा गठबंधन
यह जो गठबंधन बना है वह तिनके की तरह उड़ जाएगा इसका गवाह आठ लोकसभा क्षेत्र में हुआ चुनाव है। वहां पर गठबंधन पूरी तरह से धराशायी हो गया है इसलिए उनके पास अब कहने के लिए कुछ नहीं बचा है। वह कहते घूम रहे हैं कि ईवीएम में गड़बड़ी है।
पांच साल में सात करोड़ लोगों की गरीबी दूर की
कहा कि कांग्रेस की सरकार में अमेरिका के एक एनजीओ ने सर्वे किया तो हमारा देश सबसे पिछड़ा हुआ बताया गया। उस संस्था के आंकड़े थे कि साढ़े 13 करोड़ लोग भारत में अत्यंत गरीबी की रेखा में हैं। हमारी सरकार ने पांच साल में सात करोड़ लोगों की गरीबी दूर की।
लाशें गिद्ध गिनते, युद्धवीर नहीं
सर्जिकल स्ट्राइक पर कहा कि आतंकी हमले में जो जवान हमारे शहीद हुए उनकी तेरहवीं से पहले ही एक के बदले दस सिर का बदला ले लिया। उन्होंने अपनी बात दोहराते हुए कहा कि लाशें गिनने का काम युद्धवीर का नहीं गिद्धवीर का होता है।