Hindi Diwas 2021 : शाहजहांपुर की वीनस जर्मनी में जगा रही हिंदी की अलख, गायत्री मंत्र से शुरु होती है जर्मन बच्चों की आनलाइन हिंदी क्लास
Hindi Diwas 2021 हिंदी के प्रचार प्रसार में जिले के लोगों ने काफी योगदान दिया। अपनी साहित्य रचना से राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई। कुछ ऐसे भी हैं जो विदेशों तक में इस पर काम कर रहे हैं। बरसों पहले अपना देश छोड़कर जा चुके हैं।
बरेली, जेएनएन। Hindi Diwas 2021 : हिंदी के प्रचार प्रसार में जिले के लोगों ने काफी योगदान दिया। अपनी साहित्य रचना से राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई। कुछ ऐसे भी हैं जो विदेशों तक में इस पर काम कर रहे हैं। बरसों पहले अपना देश छोड़कर जा चुके भारतीयों को हिंदी से जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं। शहर की लेखक व कवि वीनस जैन भी उनमें से एक हैं। पिपरौला के कृभको नगर में रहने वालीं वीनस यहां से जर्मनी में रह रहे बच्चों को हिंदी पढ़ा रही हैं। छह माह से चल रही आनलाइन साप्ताहिक क्लास में अभी 14 बच्चे जुड़े हैं। ये बच्चे हिंदी बोलने के साथ ही सही शब्द लिखने लगे हैं। उनके माता-पिता भी रुचि ले रहे हैं।
गायत्री मंत्र से होती शुरुआत
वीनस यह कार्य लिपि नाम की संस्था से जुड़कर कर रही हैं। उनकी हिंदी की पाठशाला प्रत्येक शनिवार को लगती है। शुरुआत गायत्री मंत्र व गीता के श्लोक से होती है। उसके बाद वर्णमाला ज्ञान से लेकर व्याकरण के बारे में जानकारी दी जाती है। हिंदी भाषा को पढ़ने व लिखने का अभ्यास कराया जाता है। बच्चों को होमवर्क भी दिया जाता है। हर सप्ताह माता पिता से फीडबैक भी लिया जाता है। वीनस की सेवाएं व क्लास निश्शुल्क है।
इस तरह हुआ जुड़ाव
लेखन में रुचि रखने वालीं वीनस का अानलाइन संपर्क बर्लिन शहर में रहने वाली योजना शाह जैन से हुआ। योजना जैन मूलरूप से हरियाण के गुरुग्राम की रहने वाली हैं। वर्तमान में जर्मनी में रहकर हिंदी के प्रचार प्रसार का काम कर रही हैं। उन्होंने लिपि (लिटररी इंटेलेक्टस एंड पोइट्स ऑफ इंडियन ऑरिजन) नाम की संस्था बनाई है। जिससे इंडोनेशिया के अनिरूद्ध, जर्मनी की इंदु नंदलाल, कतर की अंकिता, बहरीन की अनुपम सहित कई एनआरआइ साहित्यकार व कवि जुड़े हुए हैं। इस मंच पर आनलाइन कवि सम्मेलन, हिंदी भाषा के प्रचार प्रसार पर चर्चा, क्षेत्रीय भाषाओं से जुड़े आयोजन भी होते हैं।
लिख रहीं कविताएं व कहानी
करीब डेढ़ साल लेखन कर रहीं वीनस ने कई लघु कथाएं, कहानी, कविताएं लिखती हैं। उनके लेख विभिन्न आनलाइ पोर्टल, एप के अलावा समाचार पत्र व पत्रिकाओं में प्रकाशित हो रहे हैं। मूलरूप से कानपुर के यशोदानगर निवासी वीनस के पति संजय जैन कृभको में डिस्पैच मैनेजर के पद पर हैं। 25 साल से वह अपने परिवार के साथ यहीं रह रही हैं।