Higher Education : Design Thinking of Innovation पर काम करेंगे Rohilkhand University के शिक्षक Bareilly News
एजुकेशन विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. क्षमा पांडेय व डॉ. नीरज को अध्यापन कार्य में डिजाइन थिंकिंग ऑन इनोवेशन विषय के लिए 6.50 लाख रुपये का अनुदान मिला है। डॉ. क्षमा के मुताबिक मार्च 2020 तक इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत उन्हें वीडियो लेक्चर तैयार करने होंगे।
जेएनएन, बरेली : एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय के एजुकेशन विभाग के शिक्षकों ने शहर का नाम राष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया है। यहां के तीन शिक्षकों को मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी) ने जबकि एक अन्य शिक्षिका को इंडियन काउंसिल ऑफ सोशल साइंस रिसर्च (आइसीएसएसआर) ने प्रोजेक्ट दिया है। इन तीन प्रोजेक्ट के लिए कुल 15.50 लाख रुपये का अनुदान मिला है।
एजुकेशन विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. क्षमा पांडेय व डॉ. नीरज को अध्यापन कार्य में डिजाइन थिंकिंग ऑन इनोवेशन विषय के लिए 6.50 लाख रुपये का अनुदान मिला है। डॉ. क्षमा के मुताबिक, मार्च 2020 तक इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत उन्हें वीडियो लेक्चर तैयार करने होंगे। यह लेक्चर बीएड के छात्रों के लिए होंगे।
पढाने के लिए बताएंगे नयापन शामिल करने का तरीका
छात्रों को पढ़ाने के तरीके में कैसे इनोवेशन और नयापन शामिल किया जाए इसका तरीका बताया जाएगा। दूसरा प्रोजेक्ट डॉ. गौरव राय को मिला है। डॉ. गौरव ने बताया कि उन्हें प्रशिक्षु शिक्षकों के सोचने के तरीके और उसका उनके पढ़ाने के तरीके पर पडऩे वाले असर के बारे में अध्ययन करना है। यह प्रोजेक्ट भी मार्च तक ही कंप्लीट करना है। डॉ. गौरव के मुताबिक, उन्होंने अपनी टीम बनाकर जल्द ही इसपर काम शुरू कर देंगे।
शिक्षकों के लिए प्रोफेशनल एथिक्स तैयार करेंगी डॉ. कीर्ति
विभाग की ही एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. कीर्ति प्रजापति को शिक्षकों के लिए प्रोफेशनल एथिक्स तैयार करने का प्रोजेक्ट मिला है। चार लाख का यह प्रोजेक्ट इंडियन काउंसिल ऑफ सोशल साइंस रिसर्च (आइसीएसएसआर) ने दिया है। अगले साल नवंबर तक इस प्रोजेक्ट पर काम करना होगा।