Higher Education : अब काॅलेजो में नहीं चलेगी खानापूर्ति, गुणवत्ता नियंत्रण सेल परखेगी गुरुजी का कौशल, जानिए कैसे
अब रुहेलखंड विश्वविद्यालय एवं संबद्ध महाविद्यालयों में आनलाइन शिक्षण कार्य में खानापूर्ति नहीं चलेगी। इसकी मानीटरिंग के लिए गुणवत्ता नियंत्रण तंत्र की स्थापना की जाएगी। शिक्षकों को कैसे पढ़ाना है इसकी ट्रेनिंग भी दी जाएगी।अपर मुख्य सचिव मोनिका एस गर्ग ने जारी किए आदेश।
बरेली, जेएनएन। अब रुहेलखंड विश्वविद्यालय एवं संबद्ध महाविद्यालयों में आनलाइन शिक्षण कार्य में खानापूर्ति नहीं चलेगी। इसकी मानीटरिंग के लिए गुणवत्ता नियंत्रण तंत्र की स्थापना की जाएगी। शिक्षकों को कैसे पढ़ाना है, इसकी ट्रेनिंग भी दी जाएगी। अपर मुख्य सचिव मोनिका एस गर्ग का आदेश मिलने के बाद क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी डा. राजेश प्रकाश ने रुविवि को निर्देश जारी किए हैं।
कोविड-19 की वजह से शासन आनलाइन पढ़ाई को बढ़ावा दे रहा है। रुविवि से लेकर अन्य महाविद्यालयों में ऑनलाइन शिक्षण कार्य शुरू तो कराया गया, लेकिन अभी कुछ कमियां हैं। कई शिक्षक खानापूर्ति कर रहे हैं तो कुछ बहुत अच्छे वीडियो, ई-कंटेंट भी अपलोड कर रहे हैं। इसलिए शासन ने विश्वविद्यालय को निर्देश दिए हैं कि ऑनलाइन शिक्षण की निगरानी के लिए गुणवत्ता नियंत्रण तंत्र की स्थापना की जाए। इसके अलावा विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों को अपने परिसर या बाहर पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के माध्यम से ई-सुविधा केंद्र भी विकसित करने को कहा है।
तैयार होगा एकेडमिक डेटा बैंक
इसके तहत प्रदेश स्तरीय एकेडमिक डेटा बैंक बनाया जाएगा। इसमें सभी उच्च शिक्षण संस्थानों के छात्रों का यूनिक आइडी के साथ ब्योरा दर्ज होगा। इस व्यवस्था के तहत क्रेडिट ट्रांसफर की सुविधा दी जाएगी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति में इसका प्राविधान किया गया है।
आनलाइन शिक्षण को और बेहतर करने के लिए गुणवत्ता नियंत्रण तंत्र स्थापित करने को कहा गया है। इससे शिक्षकों की ट्रेनिंग व मानीटरिंग आसान होगी। डा. राजेश प्रकाश, क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी, बरेली