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Emergency landing: बादलों में फंसा केंद्रीय मंत्रियों का हेलीकॉप्टर

दिल्ली से केंद्रीय मंत्री मनसुख एल. मंडाविया और कपड़ा राज्यमंत्री अजय टमटा को लेकर उड़ा हेलीकॉप्टर उत्तराखंड में चंपावत के पास बादलों में भटक गया।

By Nawal MishraEdited By: Published: Fri, 06 Jul 2018 09:32 PM (IST)Updated: Sat, 07 Jul 2018 08:32 AM (IST)
Emergency landing: बादलों में फंसा केंद्रीय मंत्रियों का हेलीकॉप्टर
Emergency landing: बादलों में फंसा केंद्रीय मंत्रियों का हेलीकॉप्टर

बरेली (जेएनएन)। दिल्ली से केंद्रीय भूतल परिवहन राज्यमंत्री मनसुख एल. मंडाविया और कपड़ा राज्यमंत्री अजय टमटा को लेकर उड़ा वायुसेना का हेलीकॉप्टर उत्तराखंड में चंपावत के पास बादलों में भटक गया। करीब पौन घंटे तक हवा में ही भटकते रहने से ईंधन खत्म होने पर पायलट के साथ-साथ मंत्रियों और उनके स्टाफ के चेहरे पर भी हवाइयां उड़ गईं। पंत नगर एयरपोर्ट पर ईंधन का इंतजाम न होने पर आनन-फानन में हेलीकॉप्टर की त्रिशूल हवाई अड्डे पर आपात लैंडिंग करानी पड़ी। तब मंत्रियों और विमान चालक दल के सदस्यों ने राहत की सांस ली। ईंधन भर कर लगभग 40 मिनट बाद हेलीकॉप्टर गंतव्य को रवाना हो सका। एडीएम सिटी ओपी वर्मा ने बताया कि केंद्रीय मंत्री उत्तराखंड में निरीक्षण करने गए थे। विमान को आपात स्थिति में ईंधन की जरूरत पड़ी थी। एयरफोर्स स्टेशन पर एटीएफ उपलब्ध कराया गया। दोनों मंत्री सुरक्षित रवाना हो गए थे।

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चीन सीमा पर हाईवे का निरीक्षण करने निकले थे

पड़ोसी देश चीन, तिब्बत और नेपाल की सीमा के पास भारत सरकार अपना सड़क नेटवर्क मजबूत करने के लिए हाईवे निर्माण करा रही है। उत्तराखंड में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण और रक्षा मंत्रालय के सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के चल रहे निर्माण कार्यों का जायजा लेने दो केंद्रीय मंत्री दिल्ली से वायुसेना के हेलीकॉप्टर से उड़े थे। उत्तराखंड में चीन सीमा पर मुनस्यारी-धापा-मिलम में बन रहे कैलास मानसरोवर मार्ग का निरीक्षण किया। अधिकारियों से प्रगति जानकारी लेकर मंत्रियों ने हेलीकॉप्टर से टनकपुर-पिथौरागढ़ के बीच निर्माणाधीन हाईवे के निरीक्षण को उड़ान भरी। इसी दौरान हेलीकॉप्टर चंपावत के आसपास घने बादलों में भटक गया।

हवा में डबल इंजन पी गया तेल, सांसें अटकी रहीं

टनकपुर के पास लैंडिंग का स्थान न मिलने पर पौन घंटे से ज्यादा समय तक हेलीकॉप्टर हवा में ही चक्कर काटता रहा। सूत्रों के मुताबिक, एयरफोर्स का हेलीकॉप्टर डबल इंजन वाला था। हवा में ही भटकते रहने से ईंधन का स्तर काफी कम रह गया। चालक दल के सदस्यों ने एयर ट्रैफिक कंट्रोलर के माध्यम से नजदीकी एयरपोर्ट और एयरबेस से संपर्क किया। हल्द्वानी के पंत नगर एयरपोर्ट में ईंधन के लिए जानकारी की, लेकिन वहां तत्काल पर्याप्त ईंधन उपलब्ध न होने से सभी की सांसें अटक गईं।

त्रिशूल में भरा ईंधन, तब उड़े मंत्री

आनन-फानन त्रिशूल एयर ट्रैफिक कंट्रोलर के जरिए बरेली की दूरी जानी। ईंधन के लिए जिला प्रशासन को सूचना दी गई। एडीएम सिटी ओपी वर्मा, सिटी मजिस्ट्रेट गणेश प्रसाद सिंह ने एयरफोर्स अधिकारियों से संपर्क कर ईंधन का इंतजाम कराया। अधिकारी खुद भी त्रिशूल एयरफोर्स स्टेशन पहुंचे और वहां हेलीकॉप्टर की सुरक्षित लैंडिंग कराई गई। लगभग 40 मिनट बाद दोपहर 2.20 बजे विमान मंत्रियों को लेकर धारचूला को रवाना हो गया।


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