पोस्ट कोविड मरीजों को परेशान कर रही सूरज की तपिश, अस्पतालों में बढ़े माइग्रेन के मरीज; जानें- विशेषज्ञों की सलाह...
Post Coronavirus Side Effect कोरोना वायरस हमारी खून की छोटी-छोटी नसों को नुकसान पहुंचाता है। उनमें क्लॉट जमा देता है या इम्युन रिस्पांस को कम कर देता है। धूप में निकलने पर तपिश हमारे मस्तिष्क पर पड़ती है तो वे प्रतिक्रिया देती हैं जिससे सिर दर्द शुरू हो जाता है।
बरेली [अंकित गुप्ता]। कोरोना वायरस ने सिर्फ फेफड़ों पर ही नहीं, दिमाग पर भी वार किया। संक्रमण से ठीक होने वाले कई लोगों में ऐसी समस्या आ रही। धूप में निकलने पर उन्हें तेज सिर दर्द, उलझन हो रही। न्यूरोलाजिस्ट इसे पोस्ट कोविड हेडेक लाइक माइग्रेन बता रहे। ऐसे मरीजों का इलाज करने पर पता चला कि कोरोना वायरस मस्तिष्क की धमनियों को नुकसान पहुंचा चुका है, जिस कारण तेज धूप उन्हें परेशान कर रही।
बरेली शहर के न्यूरोलाजिस्ट के पास रोजाना ऐसे चार-पांच मरीज पहुंच रहे। इनमें कुछ ऐसे हैं, जो पहले माइग्रेन से पीड़ित थे, पोस्ट कोविड होने पर उनकी परेशानी ज्यादा बढ़ गई। कुछ ऐसे हैं, जिन्हें पहली बार माइग्रेन जैसी दिक्कत हुई। धूप में निकलते ही किसी के सिर के आधे हिस्से में तो किसी के पूरे हिस्से में तेज दर्द हो रहा।
श्री राममूर्ति स्मारक मेडिकल कालेज के न्यूरो सर्जन डा. प्रवीण त्रिपाठी बताते हैं कि उनके पास आ चुके छह मरीजों में सभी लक्षण माइग्रेन जैसे थे। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस हमारी खून की छोटी-छोटी नसों को नुकसान पहुंचाता है। उनमें क्लॉट जमा देता है या इम्युन रिस्पांस को कम कर देता है। धूप में निकलने पर जब सूर्य की तपिश हमारे मस्तिष्क पर पड़ती है तो वे प्रतिक्रिया देती हैं, जिससे दर्द शुरू हो जाता है।
चार प्रकार के माइग्रेन आए सामने : न्यूरोलाजिस्ट डा. अंकुर गर्ग बताते हैं कि पोस्ट कोविड मरीजों में चार तरह के माइग्रेन सामने आए। पहला- वे लोग जिन्हें पहले से माइग्रेन था, अब बढ़ गया। दूसरा-कोरोना के तनाव के कारण टेंशन टाइप हेडेक के शिकार हो गए। तीसरा- जिन्हें कोविड की वजह से खून के थक्के जम गए, इसे क्रिनियल वीनस थंबोसिस कहते हैं। चौथा- यह साइनोसाइटिस होता है। इसमें मरीज को माइग्रेन के साथ ब्लैक फंगस भी हो सकता है।
धीरे धीरे शुरू करें काम, छाता लेकर निकलें : श्री राममूर्ति मेडिकल कालेज के न्यूरो सर्जन डा. प्रवीण त्रिपाठी कहते हैं कि कोरोना संक्रमण से ठीक होन के बाद करीब 15 दिन तक आराम करें। अगर काम के लिए बाहर निकलें तो कुछ देर चलकर आराम कर लें। छाता लेकर घर से बाहर निकलें, सीधे धूप के संपर्क में न आएं। बताया कि इसका अभी कोई पुष्ट वैज्ञानिक कारण सामने नहीं आया है मगर, कोरोना हमारी धमनियों को प्रभावित करता है इसलिए माइग्रेन की समस्या आ सकती है।
मरीजों विजन लॉस भी : न्यूरोलाजिस्ट डा. अंकुर गर्ग ने बताया कि पोस्ट कोविड मरीजों में कोल्ड की वजह से ब्लड में क्लॉटिंग हो जाती है। इससे ब्रेन में क्रिनियल वीनस थंबोसिस (सीवीटी) नामक बीमारी हो जाती है। इसका पहला लक्षण माइग्रेन या सिरदर्द होता है। इसके साथ ही विजन लॉस की समस्या भी बढ़ जाती है। इस प्रकार के भी कई मरीज सामने आए हैं।