देव दीपावली के साथ मिले दिल, जिंदगी की नई शुरूआत करने के लिए थामा एक दूसरे का हाथ
सोमवार को कार्तिक पूर्णिमा व देव दीपावली पर्व पर एक तरफ जहां देव दीपावली की रौनक रही तो दूसरी तरफ दो हजार से अधिक बारातों के कुंभ से धूम मची। ज्योतिषाचार्य पं. मुकेश मिश्रा ने बताया कि सोमवार को सहालग की सबसे बड़ी लगन रही।
बरेली, जेेएनएन। सोमवार को कार्तिक पूर्णिमा व देव दीपावली पर्व पर एक तरफ जहां देव दीपावली की रौनक रही तो दूसरी तरफ दो हजार से अधिक बारातों के कुंभ से धूम मची। ज्योतिषाचार्य पं. मुकेश मिश्रा ने बताया कि सोमवार को सहालग की सबसे बड़ी लगन रही। पूर्णिमा की तिथि, सोमवार का दिन और रोहिणी नक्षत्र के कारण विवाह के लिए बहुत अच्छा संयोग बना। चंद्रमा मन और धन का कारक है, रोहिणी नक्षत्र में यह उच्च राशि का होता है। सोमवार के कारण इसका मान और बढ़ जाता है। लिहाजा एक दिन में दो हजार से अधिक लोगों ने इस अच्छे मुहूर्त व लगन में एक दूसरे का हाथ थामा। एक ही दिन में दो हजार से अधिक जोड़े परिणय सूत्र में बंधे। शादियों को लेकर जनपद के मैरिज हाल, बैंक्वेट हाल व होटल फुल रहे। देवोत्थान एकादशी के बाद यह अब तक की सबसे बड़ी सहालग रही। शहर से लेकर देहात तक में बारातें देखने को मिला।
सामूहिक विवाह सम्मेलन में 15 जोड़ों ने एक साथ लिए फेरे
शिरडी साईं सेवा ट्रस्ट श्यामगंज द्वारा कई वर्षों से सामाजिक कार्य किए जा रहे हैं। वहीं पिछले 14 वर्षों से दहेज रहित सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन भी किया जा रहा है। समिति के पं. सुशील कुमार पाठक ने बताया कि समिति गरीब परिवार की कन्याओं का विवाह कराती है। कार्तिक पूर्णिमा में इस बार समिति ने गांधी उद्यान में 15 गरीब कन्याओं के हाथ पीले कराने का काम किया। बता दें कि समिति द्वारा अभी तक 550 गरीब कन्याओं का विवाह कराया जा चुका है।