बरेली सीएमओ बोले- तीसरी लहर आने की पूरी आशंका, टूर एंड ट्रैवलर्स पर हाेगी नजर, गाड़ी बुक करने वालाें का लिया जाएगा ब्योरा
Bareilly CMO News कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर आने की पूरी आशंका है। ऐसे में शासन के निर्देश पर स्वास्थ्य महकमे ने भी पिछले दिनों तैयारियां तेज कर दी हैं। जिससे जिले में दूसरी लहर की तरह दोबारा भयावह हालात न हों।
बरेली, जेएनएन। Bareilly CMO News : कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर आने की पूरी आशंका है। ऐसे में शासन के निर्देश पर स्वास्थ्य महकमे ने भी पिछले दिनों तैयारियां तेज कर दी हैं। जिससे जिले में दूसरी लहर की तरह दोबारा भयावह हालात न हों। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.बलवीर सिंह ने दैनिक जागरण संवाददाता से हुई बातचीत में बताया कि इस बार कुछ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर आक्सीजन प्लांट भी लगाए हैं। जिले में टूर एंड ट्रैवलर्स एजेंसियों से भी बाहर जाने वाले लोगों का ब्योरा लेंगे। वहीं, दूसरे राज्यों या जिलों से आने वाले राहगीरों की बरेली में प्रवेश से पहले जांच भी तेज कराई जाएगी। बातचीत के प्रमुख अंश...।
प्रश्न : बहेड़ी या जिले की अन्य सरहद से आने वाले लोगों की आरटी-पीसीआर जांच दुरुस्त नहीं हो रही, क्या वजह है?
उत्तर : यहां ज्वाइनिंग के दौरान ही सभी स्वास्थ्य केंद्र प्रभारियों से अधिकतम जांच करने को कहा गया है। बार्डर पर पुलिस न होने पर राहगीर कई बार नहीं रुकते हैं। इस बारे में पुलिस अधिकारियों और इलाकाई थाने से समन्वय स्थापित कर जांच बढ़वाएंगे।
प्रश्न : पिछली बार आक्सीजन की काफी किल्लत हुई थी, इस बार आक्सीजन प्लांट भी बन रहे। मुख्य प्लांट कब तक पूरे हो पाएंगे?
उत्तर : 300 बेड कोविड अस्पताल का आक्सीजन प्लांट शुरू हो चुका है। जिला महिला अस्पताल में बन रहा प्लांट 12 अगस्त तक पूरा हो जाएगा। इसके अलावा बहेड़ी और मीरगंज के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) में 333 लीटर प्रति मिनट क्षमता के प्लांट लगाए जा चुके हैं।
प्रश्न : संक्रमण बढ़ने की स्थिति में ज्यादा से ज्यादा लोगों के इलाज की क्या व्यवस्था है?
उत्तर : बरेली में दूसरी लहर के दौरान सरकारी कोविड अस्पताल, मेडिकल कालेजों के अलावा चुनिंदा अस्पताल समेत कुल 14 जगह इलाज हो रहा था। वहीं, इस बार कोविड अस्पतालों की संख्या बढ़ाई गई है। इस बार 20 कोविड अस्पतालों में शहर के अंदर इलाज हो सकेगा।
प्रश्न : बड़े स्तर पर उत्तराखंड में टूर एंड ट्रैवलर्स एजेंसियों से गाड़ियां बुक होकर जाती हैं। इन पर निगरानी कैसे कर रहे?
उत्तर : इस तरह का कोई डेटा अभी तक नहीं लिया जा रहा था। इस बाबत एक पत्र विभाग की ओर से सभी प्रमुख टूर एंड ट्रैवल एजेंसियों तक पहुंचवाएंगे। जिससे जिले से बाहर जाने वाले लोगों की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को भी मिले और उन्हें ट्रेस किया जा सके।
प्रश्न : दूसरी लहर के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों से भी कोविड मरीज शहर में ही आकर भर्ती हुए। इस बार क्या व्यवस्था है?
उत्तर : इस बार सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी मरीजों का इलाज हो सकेगा। इसके लिए वहां आक्सीजन सिलिंडर, बाइ-पेप के साथ वेंटीलेटर की व्यवस्था भी की गई है। इससे मरीजों का घर के पास ही इलाज हो सकेगा। वहीं शहर के अस्पतालों पर भी अतिरिक्त लोड नहीं पड़ेगा।
प्रश्न : तीसरी लहर में बच्चों के ज्यादा संक्रमित होने की आशंका जताई जा रही है। ऐसे में इलाज और इसके लिए स्वास्थ्य कर्मियों के प्रशिक्षण की क्या व्यवस्था है?
उत्तर : स्वास्थ्य विभाग के संबंधित कर्मियों को बच्चों के इलाज के लिए बीच-बीच में प्रशिक्षण दिलाया गया है। जिला अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ इस बाबत प्रशिक्षण लेकर आ भी चुके हैं।