ईएसआइ अस्पताल ने 31 साल बाद बदला चोला
जागरण संवाददाता, बरेली : 1987 में जन्म लेने वाले कर्मचारी राज्य बीमा निगम के सीबीगंज स्थित अस्पताल
जागरण संवाददाता, बरेली : 1987 में जन्म लेने वाले कर्मचारी राज्य बीमा निगम के सीबीगंज स्थित अस्पताल को 31 साल की उम्र में ही बाईपास सर्जरी की जरूरत पड़ गई। राज्य सरकार के अधीन होने के बावजूद खुद लकवाग्रस्त हो चुके इस अस्पताल ने शनिवार दोपहर ढाई बजे बीमारू चोला उतार फेंका। केंद्रीय श्रम एवं रोजगार राज्यमंत्री संतोष गंगवार ने अस्पताल को राज्य के हाथ से केंद्रीय निगरानी में हस्तांतरण की घोषणा की। कहा कि केवल कर्मचारियों के परिवार ही नहीं, आमजन को भी इलाज मिलेगा।
इससे पहले केंद्रीय मंत्री ने शिलापट रूपी फ्लेक्स बोर्ड और का अनावरण और फीता काटकर केंद्रीय हाथों में सौंपे जाने की औपचारिकता पूरी की। अस्पताल के नवनियुक्त चिकित्सा अधीक्षक डॉ. चरणजीत सिंह, भारत सरकार में ईएसआइसी के महानिदेशक राजकुमार, आइएसआइसी कानपुर मुख्यालय के अपर आयुक्त एसी त्रिपाठी, महापौर डॉ. उमेश गौतम और विधायकों के साथ पूरे अस्पताल का निरीक्षण किया। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस अस्पताल को प्रदेश सरकार सही से नहीं चला पा रही थी। इसीलिए केंद्र को सौंपने का प्रस्ताव रखा। इसे मॉडल ईएसआइ अस्पताल के रूप में विकसित करेंगे।
10 मार्च को हुआ था दस्तावेजी ट्रांसफर
केंद्र को अस्पताल सौंपे जाने की प्रक्रिया इस माह के शुरुआत में ही प्रारंभ हो गई थी। 10 मार्च को केंद्र में ईएसआइसी के महानिदेशक और राज्य में श्रम विभाग के सचिव के मध्य करार पर हस्ताक्षर व दस्तावेजों का ट्रांसफर हुआ था।
चार अन्य भी मॉडल अस्पताल
श्रम राज्यमंत्री ने वाराणसी, कानपुर के जाजमऊ, मिर्जापुर, आगरा के छिपीटोला, सीतापुर और हापुड़ स्थित ईएसआइ अस्पतालों के नवीनीकरण और मॉडल हॉस्पीटल के तौर पर विकसित करने की घोषणा की।
मेडिकल कॉलेज बने
शहर विधायक डॉ. अरुण कुमार ने साढ़े तीन एकड़ में फैले ईएसआइ अस्पताल को मेडिकल कॉलेज में परिवर्तित करने की मांग रखी। महापौर उमेश गौतम ने कहा कि यह बड़ा प्रोजेक्ट था। काम शुरू होने और फिर उसे पूरा होने में कुछ वक्त तो लगता ही है।
ये रहे मौजूद
समारोह में बहेड़ी क्षेत्र के विधायक छत्रपाल सिंह गंगवार, भोजीपुरा के विधायक बहोरन लाल मौर्य, मीरगंज के डीसी वर्मा, स्थानीय पार्षद व अन्य लोग मौजूद थे।
नहीं आए स्वामी प्रसाद, आंवला सांसद
समारोह में राज्य के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य और आंवला के सांसद मुख्य अतिथि बनाए गए थे। विशिष्ट अतिथियों में राज्य सरकार में दोनों मंत्री राजेश अग्रवाल व धर्मपाल सिंह, महापौर उमेश गौतम व सभी नौ विधायकों को आमंत्रित किया गया था। कार्ड पर भी नाम छपे, लेकिन कार्यक्रम में दोनों ही मुख्य अतिथि नहीं आए। केवल शहर, मीरगंज, भोजीपुरा और बहेड़ी के विधायक ही पहुंचे।