तालीम पर रुपया खर्च करने का फैसला सही, सब्सिडी बंद करना गलत
मुसलमानो को दी जाने वाली हज सब्सिडी पर आखिरकार केद्र सरकार ने रोक लगा दी। इस मामले मे हज कमेटी से जुड़े लोगो और उलमा की मिलीजुली प्रतिक्रिया सामने आई।
जागरण संवाददाता, बरेली : मुसलमानो को दी जाने वाली हज सब्सिडी पर आखिरकार केद्र सरकार ने मंगलवार को रोक लगा दी। इस मामले मे हज कमेटी से जुड़े लोगो और उलमा की मिलीजुली प्रतिक्रिया सामने आई।
सपा के पूर्व विधायक अताउर रहमान ने कहा कि हज सब्सिडी के नाम पर मुस्लिमो के साथ धोखा किया जाता था। जबकि, मौलाना शहाबुद्दीन ने कहा कि हज पर सब्सिडी मुसलमानो ने कभी मांगी ही नही थी। वही शब्बू मियां नियाजी ने मजहबी मामलात मे केद्र सरकार को तबज्जो न देने की सलाह दी, जबकि शकील कुरैशी ने इस फैसले को जायज ठहराया।
हाजियो को नही एयर इंडिया को मिलती थी सब्सिडी
पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी ने हज सब्सिडी 22 गुना बढ़ा दी थी। पीएम मोदी ने इसे खत्म कर दिया। अब वे खुद ही तय कर ले कि सही कौन है। मुस्लिमो को दी जाने वाली सब्सिडी हाजियो को नही, बल्कि एयर इंडिया को दी जाती थी।
- अताउर रहमान, प्रदेश प्रवक्ता समाजवादी पार्टी
मुसलमानो की नही चाहिए सरकार की सब्सिडी
दिल्ली की हुकूमत ने हज सब्सिडी बंद की है। इसकी मुसलमानो ने कभी मांग ही नही की थी। सरकार केवल यह बता दे कि सेट्रल हज कमेटी से भारत सरकार को होने वाली आय को किस मद पर खर्च किया जा रहा है।
- मौलाना शहाबुद्दीन, जमात रजा ए मुस्तफा
जरूरतमंदो को सब्सिडी देने पर लगा दी रोक
सरकार को ऐसी मजहबी मामलात मे तवज्जो नही देनी चाहिए। इससे किसी का फायदा नही, बल्कि नुकसान होता है। इसलिए ऐसी सुविधाओ पर रोक लगाना गलत है। रोक लगानी थी कि गैर जरूरतमदो पर लगाते। लेकिन इस धनराशि को तालीम पर खर्च करने का फैसला ठीक है।
- शब्बू मियां नियाजी, खानकाह ए नियाजिया
बेटियो की तालीम पर धन खर्च करने का अच्छा फैसला : शकील
हज सब्सिडी हर आदमी का व्यक्तिगत एवं धार्मिक मामला है। सरकार ने हज सब्सिडी को मुस्लिम बेटियो की तालीम पर खर्च करने का फैसला लेकर अच्छा काम किया है। हज जिसको जाना होगा, वह एक लाख की जगह सवा लाख खर्च कर लेगा। इससे हज यात्रा पर कोई फर्क नही पड़ेगा।
- शकील कुरैशी, उद्यमी