सरकारी अस्पतालों में अप्रैल से निश्शुल्क लगेगा टेटनस व अडल्ट डिप्थीरिया (टीडी) का टीका
न्यूमोकोकल कॉनजुगेट वैक्सीन के साथ ही अब टेटनस व अडल्ट डिप्थीरिया (टीडी) की वैक्सीन भी प्रदेश को निश्शुल्क मिलेगी। अप्रैल से यह टीका सरकारी अस्पतालों में लगाए जाने की तैयारी है।
बरेली, जेएनएन : नियमित टीकाकरण के लक्ष्य के करीब पहुंचने का लाभ दिखाई देने लगा है। न्यूमोकोकल कॉनजुगेट वैक्सीन के साथ ही अब टेटनस व अडल्ट डिप्थीरिया (टीडी) की वैक्सीन भी प्रदेश को निश्शुल्क मिलेगी। अप्रैल से यह टीका सरकारी अस्पतालों में लगाए जाने की तैयारी है। यह बच्चों व गर्भवती महिलाओं को खतरनाक डिप्थीरिया से बचाएगा। अब टीटी (टेटनस टॉक्साइट) के बदले टीडी का टीका दिया जाएगा।
टेटनस के बैक्टीरिया का संचार खत्म
विशेषज्ञों की माने तो देश में टेटनस जुलाई 2016 में खत्म हो चुका है। यानी टेटनस फैलाने वाला बैक्टीरिया क्लोस्ट्रीडियम टेटानी का संचार खत्म हो गया है। स्वास्थ्य विभाग में वर्ष 1978 से डीपीटी का टीका बच्चों को लगाया जाता रहा है, जो डिप्थीरिया, काली खांसी और टेटनस को नियंत्रित करते थे। उस वक्त डीपीटी के टीके की पहुंच बहुत कम लोगों तक हो पाई थी।
बड़े बच्चों में मिल रहा डिप्थीरिया
सरकारी अमले ने दिसंबर 2016 में बच्चों को पेंटा वॉलेंट वैक्सीन लगाई जानी शुरू की। इसमें डिप्थीरिया, परटुसिस, टेटनस के साथ एच इन्फ्लूइंजी व हेपाटाइटिस बी से बचाव की वैक्सीन शामिल है। पेंटा वॉलेंट में डिप्थीरिया के बच्चों वाले स्ट्रेन की ही वैक्सीन है। इस कारण यह बीमारी बड़े बच्चों में दिखाई देनी लगी है। इस कारण टेटनस के साथ अडल्ट डिप्थीरिया की वैक्सीन बनाई गई है।
बड़े बच्चों व गर्भवती को ही लगेगा टीका
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. दीपा सिंह ने बताया कि टीडी का टीका पहली बार में दस साल के बच्चों को ही लगेगा। उसके बाद उन्हें 16 साल की उम्र में दोबारा वैक्सीन लगाई जाएगी। वही, गर्भवती महिलाओं को भी अब टीडी का टीका दो खुराक में दिया जाएगा। पहला गर्भवती होने पर और दूसरा उसके एक महीने बाद।
खतरनाक है डिप्थीरिया
सीएमओ डॉ. विनीत शुक्ल ने बताया कि डिप्थीरिया काफी खतरनाक बीमारी है। यह बीमारी अब बड़ों में भी पाई जाने लगी है। इससे बचाव के लिए जल्द सरकारी अस्पतालों में टीटी के स्थान पर टीडी का टीका लगाया जाएगा। यही टीका गर्भवती महिलाओं को भी लगेगा। अप्रैल में वैक्सीन स्वास्थ्य विभाग को मिलने की उम्मीद है।