आयुष्मान योजना में फर्जीवाड़ा रोकने को नई व्यवस्था, अब आधार से लिंक होंगे गोल्डन कार्ड Bareilly News
फर्जीवाड़ा कर आयुष्मान योजना का न लिया जा सके इसके लिए नई व्यवस्था लागू की जा रही। गोल्डन कार्ड को आधार से लिंक किया जा रहा है।
बरेली, जेएनएन। फर्जीवाड़ा कर आयुष्मान योजना का न लिया जा सके, इसके लिए नई व्यवस्था लागू की जा रही। गोल्डन कार्ड को आधार से लिंक किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री जन आरोग्य आयुष्मान योजना के तहत जिले में करीब 2.&6 लाख पात्र परिवार शामिल हैैं। जिनमें एक लाख 72 हजार लोगों के गोल्डन कार्ड बन चुके हैं। जिले में अब तक &2 हजार लोग इस योजना का लाभ ले चुके। बीते दिनों शिकायतें आईं थीं कि कुछ फर्जी गोल्डन कार्ड बनवा लिए गए। इसमें जनसेवा केंद्रों की मिलीभगत भी सामने आई थी।
ऐसी होती है गड़बड़ी
सूची में पात्र लोगों के समान नाम-पिता के नाम वाले नाम लोग जनसेवा केंद्र पहुंचकर मिलीभगत कर लें तो गोल्डन कार्ड बनवा लेते हैं। इस फर्जीवाड़ा को पकडऩे का एक ही जरिया है कि असल पात्र सामने आए और सत्यापित कागजात दिखाकर खुद को सही प्रमाणित करे। बीते दिनों तीन ऐसे मामले बरेली में सामने आ चुके।
इस तरह पकड़ में आए जाएंगे जालसाज
बरेली में 94 फीसद गोल्डन कार्डों को अब आधार नंबर से लिंक कर दिया गया है। अब गोल्डन कार्ड धारक योजना का लाभ लेने पहुंचेंगे तो आधार नंबर के जरिये उनका पूरा ब्योरा सामने आ सकेगा। जिसका मिलान पात्रता सूची से किया जाएगा। पात्रता सूची और गोल्डन कार्ड के ब्योरा में अंतर होने पर फर्जीवाड़ा पकड़ जाएगा।
इसलिए लिंक नहीं हुए पूरे
आयुष्मान योजना के जिला कोआर्डिनेटर डॉ. अनुराग अग्रवाल ने बताया कि करीब छह फीसद गोल्डन कार्ड आधार से लिंक नहीं हो पाए हैैं। इसकी वजह कई लोगों के पास अब भी आधार कार्ड नहीं हैैं। कई जनसेवा केंद्रों पर बिना आधार के ही कार्ड बन रहे हैैं।
जिले में योजना का हाल
पात्रों की संख्या - 2.&6 लाख परिवार
लाभ लिया - &2000
गोल्डन कार्ड बने - एक लाख 72 हजार
क्या कहते हैं स्वास्थ्य अधिकारी
सीएमओ डॉ. विनीत शुक्ला ने बताया कि आयुष्मान योजना के तहत जिले में सबसे अधिक लोगों को मुफ्त चिकित्सा का लाभ दिया जा चुका है। गोल्डन कार्ड के आधार से लिंक होने पर किसी भी तरह की गड़बड़ी की संभावना नहीं रहेगी।