गणेश उत्सव : विसर्जन यात्रा रहती है भक्तों के आकर्षण का केंद्र Bareilly News
बीते 28 वर्षो से सज रहे पंडाल की प्रमुख विशेषता मूर्ति वितरण और विसर्जन यात्रा है जिसका इंतजार भक्तों को भी पूरे वर्ष रहता है।
बरेली, जेएनएन : शहर में गणोश उत्सव हषरेल्लास और धूमधाम से मनाया जाता है। आलमगिरि गंज स्थित बाबू राम धर्मशाला में श्री गणोश महोत्सव समिति और मराठा बुलियन एसोसिएशन का पंडाल सजता है। बीते 28 वर्षो से सज रहे पंडाल की प्रमुख विशेषता मूर्ति वितरण और विसर्जन यात्रा है, जिसका इंतजार भक्तों को भी पूरे वर्ष रहता है। यहां की विसर्जन यात्र गणपति भक्तों के आकर्षण का केंद्र रहती है।
विशेषता
भक्तों को प्रतिवर्ष पूजन के लिए गणपति मूर्ति का वितरण, महाराष्ट्र के सांगली से मंगवाते हैं गणपति प्रतिमा, विसर्जन यात्र में मराराष्ट्र से आने वाला झांझपथक बैंड विशेष आकर्षण रहता है। जगह जगह मटकी फोड़ का कार्यक्रम होता है।
अनुमानित श्रद्धालु
पंडाल में प्रतिदिन डेढ़ से दो हजार श्रद्धालु गणपति पूजन को आते हैं, जबकि विसर्जन यात्र में 10 हजार से अधिक रहते है श्रद्धालु।
प्रसाद
संस्थापक अध्यक्ष अनिल ने बताया कि पंडाल में प्रतिदिन अलग अलग प्रसाद वितरण होता है। प्रतिदिन 1500 लोगों को प्रसाद वितरण और 350 भक्तों का खाना होता है। एक दिन सवा कुंतल हलुआ, दूसरे दिन एक कुंतल बूंदी के साथ एक दिन 11 किलो मोदक भक्तों को बंटता है। इसके साथ ही विसर्जन से एक दिन पहले डेढ़ कुंतल बेसन के लड्ड का प्रसाद पूरे सर्राफा बाजार में बंटता है।