Bareilly: बदायूं, मथुरा, आगरा के राहगीरों को मिली जाम से ‘आजादी’ लालफाटक क्रासिंग पुल पर दौड़ने लगे वाहन
Bareilly वर्षों से जाम की गिरफ्त में घिरे लोगों को आजादी मिल गई। लालफाटक क्रासिंग से निकलने वालों के लिए सेतु निगम ने छह साल बाद पुल का एक हिस्सा वाहनों के लिए खोल दिया है। एक लेन चालू होने से बदायूं मथुरा आगरा जाने वाले राहगीरों को सहूलियत होगी।
बरेली, जागरण संवाददाता: लालफाटक क्रासिंग से निकलने वालों के लिए शुक्रवार की सुबह खास रही। वर्षों से लोग जिस जाम की गिरफ्त में थे, उन्हें आजादी मिल गई। सेतु निगम ने छह साल बाद गुरुवार आधी रात को पुल का एक हिस्सा वाहनों के लिए खोल दिया। दूसरा हिस्सा भी इसी माह पूरा होने का दावा किया है। पुल शुरू होते ही लोगों के चेहरे पर उत्साह दिखा। वहां से निकलने वालों ने पुल पर खड़े होकर सेल्फी ली, जिसे बाद में इंटरनेट मीडिया पर अपलोड किया।
जिले से बदायूं की ओर जाने वाले लोगों को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए लालफाटक रेलवे क्रासिंग पर वर्ष 2016 में पुल बनाने की स्वीकृति मिली थी। 95 करोड़ की लागत से 955 मीटर लंबे पुल के लिए सेना की भूमि पर अनुमति लेने में करीब दो वर्ष से अधिक समय निकल गया। इसके बाद रेलवे की ओर से कराए जाने वाले कार्यों की धीमी गति से भी इसमें काफी समय लगा। इससे बदायूं की ओर जाने वाले हजारों वाहन हर दिन चौपुला पुल और लालफाटक रेलवे क्रासिंग पर घंटों जाम में फंसे रहते।
दैनिक जागरण ने मामले को प्रमुखता से प्रकाशित किया तो प्रदेश के पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद ने इसका संज्ञान लिया और स्वयं पुल का निरीक्षण करने पहुंचे। उन्होंने रेलवे और सेतु निगम के अफसरों को शीघ्र काम पूरा करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद रेलवे ने अपने हिस्से का काम अगस्त तक पूरा किया और सेतु निगम ने भी 30 नवंबर तक एक लेन को बनाकर तैयार कर दिया।
बदायूं, मथुरा, आगरा के राहगीरों को मिलेगी राहत
सेतु निगम के डीपीएम वीके सेन ने बताया कि पुल की एक लेन को चालू कर दिया गया है और दूसरे लेन को दिसंबर के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा। एक लेन चालू होने से बदायूं, मथुरा, आगरा जाने वाले राहगीरों को सहूलियत होगी। वहीं आंवला तेल डिपो को आने-जाने वाले टैंकर भी आसानी से आ-जा सकेंगे।
दिसंबर में बंद हो जाएगी क्रासिंग
सेतु निगम पुल की दूसरी लेन को दिसंबर के अंत तक तैयार करने का दावा कर रहा है। इसके चालू होने के बाद रेलवे क्रासिंग को पूरी तरह बंद कर जाएगा।
मुख्यमंत्री के दौरे को देख अफसरों ने दिखाई तेजी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का शहर में सात दिसंबर को आगमन हो रहा है। वह जिले को कई परियोजनाओं की सौगात देंगे। साथ ही बरेली कालेज में प्रस्तावित जनसभा को संबोधित करेंगे। मुख्यमंत्री के दौरे के दौरान शहर में जाम की समस्या न हो, इसके लिए अफसरों ने सक्रियता दिखाते हुए लालफाटक पुल की तैयार एक लेन को चालू करा दिया।
सपा सरकार में मिली थी पुल को मंजूरी
वर्ष 2016 में सपा सरकार में लालफाटक ओवरब्रिज निर्माण को मंजूरी मिली थी। सपा सरकार पहली किस्त के रूप में एक करोड़ रुपये ही जारी कर पाई थी। वर्ष 2017 में भाजपा की सरकार बनी। शासन ने पुल के निर्माण के लिए धनराशि आवंटित की। अब छह साल बाद पुल का एक भाग बनकर तैयार हो गया है।
इनका कहना है
सेतु निगम के इंजीनियरों की हरी झंडी मिलने के बाद पुल से गुरुवार रात 12 बजे से वाहनों का आवागमन शुरू करा दिया गया है। -राममोहन सिंह, एसपी यातायात
लालफाटक पुल की एक लेन तैयार है। लोगों की समस्याओं को देखते हुए इसे चालू कराने का निर्णय लिया है। दूसरी लेन भी दिसंबर के अंत तक चालू कर दी जाएगी। -वीके सेन, डीपीएम, सेतु निगम