लखनपुर गांव में वन विभाग की टीम ने की कांबिंग
शुक्रवार को लखनपुर गांव में सीताराम पाल के गन्ने के खेत में एक दो वर्षीय तेंदुआ का शव मिला था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर में भारी चीज लगने से मौत होने की पुष्टि हुई है। तेंदुआ मिलने से ग्रामीणों मे शनिवार को भी ग्रामीणों में भय देखने को मिला।
बरेली, जेएनए। शुक्रवार को लखनपुर गांव में सीताराम पाल के गन्ने के खेत में एक दो वर्षीय तेंदुआ का शव मिला था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर में भारी चीज लगने से मौत होने की पुष्टि हुई है। खेत में मृत तेंदुआ मिलने से ग्रामीणों मे शनिवार को भी भय देखने को मिला। वन विभाग की टीम द्वारा आसपास के गांव में तेंदुआ होने की संभावना जताते हुए कांबिंग की गई। डीएफओ भारत लाल के निर्देशन में क्षेत्रीय वन रेंजर व वन विभाग की टीम ने लखनपुर के पास के गांव उचसिया, झादा, कुठला, कजरौटा, रमपुरा, कमनपुर समेत अन्य गांवों में कांबिंग की।डिप्टी रेंजर मुकेश कांडबाल ने बताया कि पोस्टमार्टम में भी सिर में चोट लगने से तेंदुआ की मौत होना स्पष्ट हुआ है। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि किसी अज्ञात वाहन की चपेट से तेंदुआ की मौत हो गई। अधिकारियों की ओर से कुछ दिन लगातार कांबिंग के निर्देश दिए गए हैं। शनिवार को ग्रामीणों ने बताया कि संभावना है कि तेंदुआ माला रेंज के जंगलों से भटकता हुआ यहां पहुंच गया हो। ग्रामीणों का कहना है कि माला रेंज के जंगल जो बीसलपुर से पूरनपुर जाने के बीच में पड़ते हैं। वहीं से यह तेंदुआ किसी तरह भटकता हुआ यहां आ गया। दरअसल माला के जंगलों की दूरी खेतों से ज्यादा दूर नहीं है। इन तेंदुओं के लिए इतनी दूरी कोई ज्यादा मायने नहीं रखती।मुख्य वन संरक्षक ललित कुमार का कहना है कि तेंदुआ की मौत के बाद से ग्रामीणों में दहशत है। ऐतिहात के तौर पर गांव में कांबिंग कराई जा रही है। अगले कुछ दिनों तक कांबिंग जारी रहेगी।