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बरेली में पंसारी को बचाने में जुटा वन विभाग दबा रहा जांंच, वाइल्ड लाइफ पोचिंग संस्था ने बरामद किए थे दुर्लभ वन्यजीव के अंग

शहर के रामा पंसारी की दुकान पर 21 सितंबर 2020 को दिल्ली की वाइल्ड लाइफ पोचिंग संस्था व वन विभाग की टीम द्वारा संयुक्त छापेमारी करते हुए दुकान से कई प्रतिबंधित जड़ी बूटी व दुलर्भ वन्यजीवों के अंग बरामद हुए थे।

By Ravi MishraEdited By: Published: Wed, 07 Apr 2021 12:56 PM (IST)Updated: Wed, 07 Apr 2021 12:56 PM (IST)
बरेली में पंसारी को बचाने में जुटा वन विभाग दबा रहा जांंच, वाइल्ड लाइफ पोचिंग संस्था ने बरामद किए थे दुर्लभ वन्यजीव के अंग
बरेली में पंसारी को बचाने में जुटा वन विभाग दबा रहा जांंच

बरेली, जेएनएन। शहर के रामा पंसारी की दुकान पर 21 सितंबर 2020 को दिल्ली की वाइल्ड लाइफ पोचिंग संस्था व वन विभाग की टीम द्वारा संयुक्त छापेमारी करते हुए दुकान से कई प्रतिबंधित जड़ी बूटी व दुलर्भ वन्यजीवों के अंग बरामद हुए थे। जिसे जांच के लिए वन विभाग ने आइवीआरआइ भेजा था। जहां जांच से मना कर इसे देहरादून स्थित वन्यजीवों की लैब में जांच कराने का हवाला दिया गया था। आरोप है कि वन विभाग की टीम पंसारी को बचाने के लिए मिले वन्यजीव अंगों की जांच कराने में हिलाहवाली कर रही है। छह माह बाद भी अभी तक जांच रिपोर्ट न आने से वन विभाग पर पंसारी को संरक्षण देने के आरोप लग रहे हैं। जबकि मामले की जानकारी होने के बाद मुख्य वन संरक्षक ललित कुमार ने कंजरवेटर जावेद अख्तर को जांच के निर्देश दिए हैं।

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उच्च अधिकारियों को भी नहीं मालूम कहां हो रही जांच

मामले में गिरफ्तारी के बाद वन विभाग की टीम द्वारा मुख्य वन संरक्षक ललित कुमार को भी आइवीआरआइ सैम्पल जांच को भेजे जाने की जानकारी दी गई थी। लेकिन वहां से सैंपल वापस किए जाने व देहरादून से कराए जाने की जानकारी नहीं दी गई।

डाक्टर न होने के चलते किए गए थे सैंपल वापस

आइवीआरआइ के वैज्ञानिक डॉ. एएम पावड़े के मुताबिक वन विभाग द्वारा जो भी वन्य जीवों के अंग प्राप्त हुए थे। आइवीआरआइ में वन्य जीवों के अंगों की जांच डा. चंद्रमोहन करते थे। जो अब यहां तैनात नहीं है। इसलिए इसे देहरादून से कराने की सलाह देते हुए सैंपल वापस कर दिए गए थे। जबकि अधिकारी बीते माह तक आइवीआरआइ से जांच रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई करने की बात कह रहे थे।

यह था मामला

21 सितम्बर, 2020 को दिल्ली की वाइल्ड लाइफ इंडिया की एंटी पोचिंग संस्था ने बरेली में श्यामगंज स्थित रामा पंसारी की दुकान में छापेमारी के दौरान तीन हत्था जोड़ी, पटरा गोह, 11 सियार सिंघी, कुटकी औषधीय पौधे की लकड़ी आदि प्रतिबंधित सामग्री बरामद किया था। मौके से रामा पंसारी दुकान के मालिक श्याम अग्रवाल और उसके दो कर्मचारी विशाल गुप्ता व मनीष को वन्य अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा था। मामले में आरोपित की पत्नी ने मिले अंगों की जांच कराने की न्यायालय से मांग की थी।

जांच अधिकारी पहले हो चुके सेवानिवृत्त

पूरे मामले की जांच डीएफओ भारत लाल ने बरेली रेंज के एसडीओ आरबी सिंह को जांच अधिकारी नामित किया था। जो कुछ दिनों बाद ही जांच पूरी करने के बाद ही वह सेवानिवृत्त हो गए। तब से किसी को अभी तक जांच अधिकारी भी नामित नहीं किया गया है।

कोरोना से संक्रमित हैं डीएफओ

डीएफओ भारत लाल बीते दिनों जांच में कोरोना संक्रमित निकले। जिसके बाद से वह उपचार के लिए लखनऊ स्थित अस्पताल में भर्ती है। इस संबंध में उनसे कोई बात नहीं हो सकी।

छह माह बाद भी अभी तक जांच रिपोर्ट क्यों नहीं आयी और आइवीआरआइ द्वारा सैंपल वापस किए जाने की जानकारी क्यों नहीं दी गई। पूरे मामले की जांच कंजरवेटर जावेद अख्तर को दो दिन में पूरी करने के निर्देश दिए हैं। - ललित कुमार, मुख्य वन संरक्षक रुहलेखंड जोन


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