नागरिकता संशोधन कानून : प्रशासन अलर्ट, मस्जिदों में होगी अमन की दुआएं Bareilly news
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में शहर के बाशिंदों ने समझदारी और संयम का परिचय दिया था।
जेएनएन, बरेली : नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में शहर के बाशिंदों ने समझदारी और संयम का परिचय दिया था। गुजरे जुमे पर शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन किया था। अब फिर शुक्रवार को जुमा है। एहतियात के चलते प्रशासन अलर्ट है। शहर में कड़े सुरक्षा बंदोबस्त किए गए हैं। सभी प्रमुख मस्जिदों पर फोर्स तैनात रहेगा। इस बीच शहर इमाम ने साफ किया है कि मस्जिदों में अमन कायम रहने के लिए दुआ मांगी जाएगी।
शहर की मस्जिदों में जुमे की नमाज दोपहर साढ़े 12 बजे से लेकर साढ़े तीन बजे तक अदा की जाएंगी। उसे लेकर प्रशासन और पुलिस की तरफ से भी तैयारियां की गई हैं। सुरक्षा इंतजाम पुख्ता करने के साथ ही प्रमुख लोगों को अमन कमेटी की बैठक में बुलाकर बात भी की गई है।
सीएए को लेकर भ्रम व अफवाह दूर के लिए मुहल्ले-मुहल्ले जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। ङ्क्षहदी के अलावा उर्दू में पम्फलेट बांटकर मुस्लिमों को स्पष्ट किया गया कि किसी की भी नागरिकता नहीं छिनेगी। मुसलमानों का कोई अहित नहीं है।
कोशिशों का सकारात्मक असर
प्रशासन की इन कोशिशों का असर यह हुआ है कि अभी तक किसी भी संगठन की तरफ से विरोध का एलान नहीं आया है। पिछले जुमे पर इस्लामिया मैदान में विरोध प्रदर्शन करने वाला मौलाना तौकीर रजा खां की अगुवाई वाले संगठन आल इंडिया इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आइएमसी) भी खामोश है।
हालांकि, पिछले जुमे पर आइएमसी ने 15 दिन बाद गिरफ्तारी देने का एलान किया था, फिलहाल ऐसा कोई कार्यक्रम नहीं है। मौलाना दिल्ली गए हुए थे। आइएमसी प्रवक्ता डॉ. नफीस खां ने बताया कि मौलाना मध्यरात्रि के बाद वापस लौट आएंगे।
उनसे बात करने के बाद सीएए पर आगे आंदोलन की रणनीति तय की जाएगी। इस बीच डीएम नितीश कुमार और एसएसपी शैलेश पाण्डेय ने शहर की गंगा-जमुनी तहजीब को कायम रखने का आह्वïान सभी से किया है।
जामा मस्जिद में जुमे की नमाज के दौरान अमन और भाईचारा कायम रहने के लिए दुआ की जाएगी।
मुफ्ती खुर्शीद आलम, शहर इमाम