लव जेहाद के खिलाफ विहिप ने किया आवाज बुलंद करने का एलान, पुलिस को दी ये चेतावनी
लव जेहाद के मामले में पुलिस के तेजी न दिखाने पर भाजपा व हिंदुत्ववादी संगठनों ने सीधा मोर्चा खोल दिया। यह इस सरकार में पहला मौका है जब इन संगठनों के नेता पुलिस से आमना-सामना करने वाले तेवर में थे।
बरेली, जेएनएन । लव जेहाद के मामले में पुलिस के तेजी न दिखाने पर भाजपा व हिंदुत्ववादी संगठनों ने सीधा मोर्चा खोल दिया। यह इस सरकार में पहला मौका है जब इन संगठनों के नेता पुलिस से आमना-सामना करने वाले तेवर में थे। साथ ही यह भी संदेश दे दिया कि लव जिहाद जैसी घटनाओं का विरोध उनके एजेंडे में ऊपर है। मंगलवार को किला थाने में प्रदर्शन तैयारी के साथ था। आरएसएस लव जिहाद के विरोध में है। संगठनों की रणनीति थी कि बड़ा प्रदर्शन कर पुलिस को जगाया जाए, कि वह ऐसे मामलों में सख्त रुख अख्तियार करे।
इसके लिए भाजपा, विहिप, युवा मोर्चा, बजरंग दल समेत सभी अनुषागिक संगठन के नेताओं को सूचना दी गई। लव जिहाद बंद करो, लिखी तख्तियां लेकर आए कुछ कार्यकर्ताओं के हाथ में भगवा झंडे भी थे। तय कार्यक्रम के अनुसार ज्ञापन देना था, मगर एक दारोगा की नासमझी ने माहौल बदल दिया। कार्यकर्ता अपनी ही सरकार में पुलिस के इस रुख के लिए तैयार नहीं थे, ऐसे में दारोगा का रवैया सहन नहीं कर सके और तोड़फोड़ शुरू हो गई। भाजपा के पिछले कई सालों में ऐसे प्रदर्शन नहीं रहे हैं।
इस बार पार्टी नेताओं ने भी कार्यकर्ताओं का भरपूर साथ दिया। लाठीचार्ज की सूचना मिलते ही शहर विधायक डॉ. अरुण कुमार और बिथरी चैनपुर विधायक राजेश मिश्रा का पहुंचना पुलिस पर दबाव बनाने के लिए काफी था। कार्यकर्ताओं के पिटने से उल्टा संदेश न चला जाए, इसलिए जिलाध्यक्ष पवन शर्मा तुरंत वहां पहुंच गए थे। महानगर अध्यक्ष केएम अरोरा तो पहले ही पहुंच चुके थे। भाजयुमो के जिला महामंत्री विभु शर्मा की पुलिस से नोकझोंक भी हुई थी।
महापौर और भाजपा के पार्षद भी पहुंचे
संगठन इस प्रकरण को कितनी गंभीरता से ले रहा था, यह खुलकर तो नहीं बताया गया, मगर दिन भर के घटनाक्रम ने जाहिर जरूर कर दिया। थाने का प्रकरण था, संगठन पदाधिकारी इसे देख रहे थे। महापौर उमेश गौतम भी वहां पहुंचे। भाजपा के सभी पार्षदों को तुरंत किला थाने पहुंचने का निर्देश दिया गया। छात्रा के न मिलने पर विहिप का धर्म पंचायत का एलान प्रकरण किला थाने में ही सिमटकर न रह जाए, लव जिहाद के खिलाफ आवाज बुलंद होती रहे इसका जिम्मा विहिप ने लिया।
छात्रा की बरामदगी के लिए पुलिस ने भले ही 24 घंटे का वक्त मांगा हो, मगर विहिप इतने पर संतुष्ट नहीं है। एलान कर दिया है कि यदि तय समय में छात्रा नहीं मिली तो धर्म पंचायत कराई जाएगी। चेतावनी तो यह भी दी गई कि इसके बाद जो हालात पैदा होंगे, उसका जिम्मेदार पुलिस-प्रशासन होगा। महानगर मंत्री नीरू भारद्वाज की ओर से जारी इस पत्र के बाद साफ इरादे साफ जाहिर हैं। यह मुद्दा अभी खत्म नहीं होगा।