इज्जतनगर में फॉग सेफ डिवाइस, पटाखों के सहारे मुरादाबाद मंडल
सर्दी आते ही कोहरे की चादर से ट्रेनों की रफ्तार कहीं थम जाती है तो कहीं बेहद मंद पड़ जाती है।
जेएनएन, बरेली : सर्दी आते ही कोहरे की चादर से ट्रेनों की रफ्तार कहीं थम जाती है तो कहीं बेहद मंद पड़ जाती है। हादसों का डर भी बना रहता है। लेकिन पूर्वोत्तर रेलवे ने इस बार अपने सिस्टम को फॉग सेफ डिवाइस से लैस कर दिया है। ग्लोबल पोजीशनिंग सिस्टम (जीपीएस) से लैस इस तकनीक से ट्रेनों की रफ्तार भी ठीक रहती है, हादसों की आशंका भी कम हो जाती है। इज्जतनगर मंडल की ट्रेनों भी यह सिस्टम लगाया जा चुका है। उधर, उत्तर रेलवे का मुरादाबाद मंडल अब भी कोहरे की मार झेलेगा। फिलहाल ट्रेनों में फॉग सेफ डिवाइस नहीं लगाए गए हैं। ऐसे में संभव है कि मुरादाबाद मंडल की ट्रेनें इस बार भी पटाखों के भरोसे ही रहेंगी। इज्जतनगर मंडल के पास 120 डिवाइस
इज्जतनगर मंडल को फॉग सेफ डिवाइस से पूरी तरह लैस किया गया है। मंडल के पास 120 डिवाइस हैं। अभी तक जीपीएस सॉफ्टवेयर, सिग्नल, चार्जर, लो बैट्री, ब्राइटनेस जैसी कोई खामी नहीं आई है। हां, अभी लगी मशीनों में आवाज बढ़ाए जाने की दरकार है क्योंकि ट्रेन चलते समय लोको पायलट को मिलने वाले इंस्ट्रक्शन की आवाज बेहद धीमी आती है। पेट्रोलिंग करने वाले कर्मचारियों को भी ट्रैकर
पूर्वोत्तर रेलवे में करीब 2500 जीपीएस ट्रैकर पेट्रोलिंग करने वाले रेलवे कर्मचारियों को दिये गए हैं। इसमें कीमैन, सीनियर सेक्शन इंजीनियर, सेक्शन इंजीनियर, पुश ट्रॉली, पेट्रोलमैन शामिल हैं। ट्रैकर में दो बटन होते हैं। ट्रैक में कोई खराबी आदि होने या कीमैन को कोई दिक्कत आने पर आपातकाल स्थिति का संदेश संबंधित पीडब्ल्यूआइ और इमरजेंसी कंट्रोल रूम को जाता है। इसके अलावा की-मैन पेट्रोलिंग कर रहा या नहीं, इसकी जानकारी भी मिलती है। वर्जन
पूर्वोत्तर रेलवे में इज्जतनगर मंडल समेत सभी डिवीजन को जीपीएस आधारित फॉग सेफ्टी डिवाइस से लैस कर दिया गया है। कुछ खामियों की बाबत अनुबंधित कंपनी को जानकारी दी है। इसे भी जल्द ठीक कराया जाएगा।
- संजय सिंह, सीपीआरओ, एनई रेलवे, गोरखपुर