जनता दल युनाइटेड के महासचिव मौलाना बलियावी के दीप प्रज्ज्वलन पर आया फतवा
जेएनएन, बरेली : बिहार के एमएलसी एवं जनता दल युनाइटेड के महासचिव मौलाना गुलाम रसूल बलियावी का फ
जेएनएन, बरेली : बिहार के एमएलसी एवं जनता दल युनाइटेड के महासचिव मौलाना गुलाम रसूल बलियावी का फोटो वायरल होने के मामले में फतवा आया है। इसमें कहा गया है कि राजनीतिक दल के कार्यक्रम में शमा रोशन (दीप प्रज्ज्वलन) करने में हर्ज नहीं है। हां, धार्मिक कार्यक्रम में ऐसा करना जायज नहीं होगा। अगर किसी ने राजनीतिक दल के कार्यक्रम को दशहरा बताकर गुमराह किया है तो ऐसा करने वाला शरीयत का मुजरिम है। उसे तजदीद-ए-ईमान यानि कलमा पढ़ना होगा। निकाह को दोहराना पड़ेगा।
इन्होंने यह किया था सवाल
झारखंड के गोंडा में रहने वाले मुहम्मद जीशान रजा कादरी ने सवाल किया था कि पार्टी के कार्यक्रम में शमा रोशन करना कैसा है? उसे दशहरा का कार्यक्रम बताकर गुमराह करने वाले पर क्या हुक्म होगा?
इन्होंने जारी किया फतवा
इदारे शरिया के सदर मुफ्ती हसन रजा नूरी ने पूछे गए सवाल पर फतवा जारी किया है। उनका कहना है कि मजहबी त्योहार में शमा रोशन करना कुफ्र है। सियासी पार्टी के कार्यक्रम में शमा रोशन की जा सकती है। पार्टी को दशहरा का कार्यक्रम बताना शरई तौर पर जायज नहीं है। ऐसा करने वाला मुजरिम और खताकार है।
यह है विवाद
मौलाना गुलाम रसूल बलियावी ने जद यू के कार्यक्रम में दीप प्रज्ज्वलित किया था। उनका यह फोटो वायरल हो गया। दरगाह आला हजरत के सज्जादानशीन तक भी पहुंचा दिया गया। हालांकि, एलान नहीं किया लेकिन तय हो गया है कि इस बार आला हजरत उर्स के कुल वाले दिन मौलाना बलियावी को मंच साझा नहीं करने दिया जाएगा। बता दें कि वह उर्स में कुल वाले दिन इस्लामिया मैदान के मंच से तकरीर करते रहे हैं। मौलाना ने फोटो वायरल होने पर दिल्ली के दो मौलानाओं मकबूल सालिक और नबील अख्तर पर मानहानि का मुकदमा कराने की चेतावनी दी थी।