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अफसरों ने किसानों को बनाया 'अप्रैल फूल'

बरेली (जेएनएन)। फ‌र्स्ट अप्रैल फूल..। रविवार को सोशल मीडिया पर यह दिवस खूब छाया रहा। मैसेज के

By JagranEdited By: Published: Mon, 02 Apr 2018 06:39 PM (IST)Updated: Mon, 02 Apr 2018 06:39 PM (IST)
अफसरों ने किसानों को बनाया 'अप्रैल फूल'
अफसरों ने किसानों को बनाया 'अप्रैल फूल'

बरेली (जेएनएन)।

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फ‌र्स्ट अप्रैल फूल..। रविवार को सोशल मीडिया पर यह दिवस खूब छाया रहा। मैसेज के जरिये लोग ठिठोली करते दिखे। जमकर जोक चले लेकिन.., देश की सियासत में हमेशा ही मुख्य केंद्र रहने वाले किसानों को सिस्टम ने एक बार फिर सचमुच में 'मूर्ख' बना दिया। उनकी मेहनत का वाजिब मूल्य दिलाने के लिए गेंहू खरीद केंद्र एक अप्रैल से खोलने की घोषणा तो कर दी गई मगर, पहले दिन सारे दावे हवाई निकले। अफसरों से लेकर कर्मचारी तक संडे की छुंट्टी मनाते रहे। कोई भी नजर नहीं आया और किसान केंद्र पर जानकारी जुटाने के लिए एड़ियां घिसते रहे तपती दुपहरी में..। उनका हाल देखकर एक बात बिल्कुल साफ थी, तमाम दावों के बाद भी गन्ना खरीद प्रक्रिया उन्हें रुलाती रही। अब उन्हें मुश्किल से पैदा किया गेहूं भी बिचौलियों के हाथ औने-पौने दाम पर बेचने को मजबूर होना पड़ेगा..। दावे बहुत बड़े

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गन्ना किसानों की तरह ही प्रदेश सरकार ने गेहूं खरीद के लिए दावे बहुत बड़े किए हैं। यह दीगर बाते हैं, मौके पर उनके दर्शन छोटे ही दिख रहे।

हर बात का रजिस्टर

प्रत्येक क्रय केंद्र पर शिकायत रजिस्टर, निरीक्षण रजिस्टर और गेहूं रिजेक्शन रजिस्टर रखे जाएंगे। अगर गेहूं क्रय से रिजेक्ट किया जाता है तो किसान का नाम, मोबाइल नंबर, रिजेक्शन का कारण भी बताना पड़ेगा।

क्रय केंद्रों पर व्यवस्थाएं

गेहूं क्रय केंद्रों पर दो इलेक्ट्रॉनिक कांटा, नमी मापक यंत्र, विनोइंग फैन, डबल जाली का छलना आवश्यक रूप से रखा जाएगा। रजिस्ट्रेशन करने के लिए कंप्यूटर रखने साथ ही किसानों के पानी की व्यवस्था, लोटा, बाल्टी, पशुओं की नाद, पार्किंग, पैट्रोमैक्स, शामियाना, तिरपाल आदि रहेंगे। दिक्कत होने पर किसान 18001800150 या लखनऊ के खाद्य नियंत्रण कक्ष के फोन नंबर 0522- 2288906 एवं मंडी परिषद के फोन नंबर 0522- 2720405 पर कॉल कर सकते हैं। दर्शन छोटे

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संडे में बीता डीएम का आदेश

डीएम वीरेंद्र कुमार सिंह ने गेहूं क्रय केंद्र प्रभारियों को 30 मार्च तक तैयारियां पूरी कर एक अप्रैल से खरीद शुरू करने का फरमान दिया। इसे लेकर कई बैठकें हुईं। निर्देश चले लेकिन, हकीकत में सारी कवायद पर संडे भारी पड़ गया। छुंट्टी में कोई बाहर नहीं निकला। अब सवाल उठ रहे हैं, छुंट्टी ही मनानी थी तो संडे का दिन ही तय क्यों किया..? बरेली : नवीन मंडी समिति में लग रही थी झाड़ू

बरेली की नवीन गल्ला मंडी में जिन स्थानों पर क्रय केंद्र बनाए जाने थे, वहां एक स्थान पर सन्नाटा पसरा हुआ था। दूसरे स्थान पर झाड़ू लगाई जा रही थी। क्रय एजेंसियों का एक भी अधिकारी मौजूद नहीं था। एक क्रय केंद्र के टिन शेड में कार पार्किंग की गई थी लेकिन किसी अफसर की नहीं थी। आंवला : क्रय केंद्रों पर नहीं खुले ताले

तहसील क्षेत्र में गेहूं खरीद के लिए 16 क्रय केंद्र खोले जाने थे। इसमें आवला मंडी यार्ड में खाद्य विभाग, एसएफ सी, कर्मचारी कल्याण निगम व भारतीय खाद्य निगम को क्रय केंद्र एक अप्रैल से खोलने थे। रविवार को एसएफ सी ने क्रय केंद्र खोला, लेकिन अन्य तीन क्रय केंद्रों के बैनर तक नहीं लगे हैं। नवाबगंज : बंदी के हालात

घोषणा हवा हवाई निकली। क्षेत्र में क्रय केंद्र खुलना दूर, बैनर तक टंगे नहीं मिले। क्षेत्र में एक दर्जन गेहूं क्रय केंद्र खोले जाने हैं। इनमें मंडी स्थल में चार सेंटर खोले जाने हैं। अभी तक एक भी नहीं खुल सका है। मीरगंज : मीरगंज में नहीं हुई व्यवस्था

तहसील क्षेत्र के गुलड़िया , नथपुरा, मुगलपुर, चकरपुर लमकन , अगरास, औंध (पीसीएफ), मीरगज, शीशगढ़ ,ब्यौंधा (एफसीआइ), बंजरिया (पीसीयू) क्रय केंद्र चालू नहीं हुए। क्रय केंद्रों पर खरीद का बैनर भी नहीं लगाया गया। हां, औंध साधन सहकारी समिति के सचिव केंद्र प्रभारी रमेश सक्सेना ने कहा कि दो अप्रैल से खरीद शुरू हो जाएगी। कहा, औंध गांव से करीब सात किलोमीटर फतेहगंज पश्चिमी में खरीद केंद्र को खोला गया है। इससे किसानों को दिक्कत होगी। एसडीएम मीरगंज राम अक्षयवर ¨सह चौहान ने स्वीकार किया कि सभी केंद्र पर व्यवस्थाएं शून्य हैं। बहेड़ी : यहां भी रहा सन्नाटा

मंडी समिति, बाईपास, भुड़िया कॉलोनी स्थित क्रय केंद्र बंद मिले। किसी तरह की कोई हलचल या सुविधा खरीद केंद्र से संबंधित दिखाई नहीं दी। इस बारे में तहसीलदार बृजपाल सिंह ने कहा कि एक अप्रैल से क्रय केंद्र खोलने के निर्देश दिए गए थे। बंद क्रय केंद्रों पर कार्रवाई की जाएगी। फरीदपुर : गेहूं क्रय केंद्र खोजते रहे किसान

एक अप्रैल से गेहूं क्रय केंद्र खोले जाने की सूचना पाकर कई किसान भटकते रहे लेकिन, उन्हें क्रय केंद्र कहीं खोजे नहीं मिले। फरीदपुर में पहले जहां क्रय केंद्र था, वहां पर दूसरी दुकान खुल गई। रजिस्ट्रेशन कराने की चिंता

इस बार गेहूं की बिक्री करने वाले किसानों को पहले क्रय केंद्र पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसके लिए किसान परेशान घूम रहे हैं लेकिन, पहले दिन अधिकांश बैरंग लौटे। मंडल की खरीद का लक्ष्य

जिला क्रय केंद्र लक्ष्य

बरेली 94 139200

बदायूं 92 109400

पीलीभीत 118 153100

शाहजहांपुर 131 265000

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मंडल 435 666700

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नोट, गेहूं खरीद का लक्ष्य मीट्रिक टन में दिया गया है। वर्जन

रविवार और राजपत्रित अवकाश के दौरान गेहूं क्रय केंद्र बंद रहेंगे। बाकी दिनों में गेहूं खरीद की जाएगी। इसी वजह से क्रय केंद्र नहीं खोले गए, लेकिन केंद्र प्रभारियों को तैयारियां करने के निर्देश दिए गए थे।

- सुनील कुमार भारतीय, जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी


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