धान क्रय केंद्र बंद होने से किसान हो रहे परेशान, चेतावनी के बाद भी नहीं खुले
शासन के निर्देश पर भले ही जगह-जगह धान खोलकर किसानों के धान की बिक्री का निर्देश हुआ हो लेकिन शासन का यह निर्देश धरातल पर नहीं आ पा रहा है। तहसील से लेकर कस्बों के धान क्रय केंद्र बंद चल रहे हैं।
बदायूं, जेएनएन। शासन के निर्देश पर भले ही जगह-जगह धान खोलकर किसानों के धान की बिक्री का निर्देश हुआ हो लेकिन शासन का यह निर्देश धरातल पर नहीं आ पा रहा है। तहसील से लेकर कस्बों के धान क्रय केंद्र बंद चल रहे हैं। जिसके चलते मंडी समिति स्थित आरएफसी के धान क्रय केंद्र पर किसानों की ज्यादा भीड़ लग रही है। किसानों को धान बेचने के लिए अगले वर्ष जनवरी महीने का समय देकर लौटाया जा रहा है। किसान परेशान हैं कि धान को ढाई महीने तक कैसे संभालकर रखें।
क्षेत्रों के धान क्रय केंद्र लगातार बंद चलने की वजह से मंडी समिति के क्रय केंद्र पर ज्यादा लोड पड़ रहा है। जिला प्रशासन के बार-बार चेतावनी देने के बाद भी केंद्र नहीं खोले जा रहे हैं। फिर कार्रवाई नहीं हो रही। दूर-दराज से आने वाले किसान मंडी समिति के क्रय केंद्र पर पहुंचकर नंबर लगवा रहे हैं। उन्हें जनवरी महीने का समय दिया जा रहा है। केंद्र पर एक दिन में तीन से चार ट्रालियों के धान की ही तौल होने की वजह से समस्या बनी हुई है। कई बार किसानों को दी गई तिथि पर वह पहुंच भी जाते हैं लेकिन पहले से ही और किसानों के धान की तौल होने से उन्हें रात के समय केंद्र पर ही रुकना पड़ता है। केंद्र संचालक दिग्विजय सिंह ने बताया कि श्रमिक लगातार धान की तौल कर रही है। एक दिन में तीन या चार ट्रालियों का धान ही तौला जा सकता है जबकि केंद्र पर आने वाले किसानों की संख्या ज्यादा रहती है। जिसके चलते उन्हें इंतजार करना पड़ता है। कोशिश की जा रही है जल्द ही किसानों के धान की तौल करके उन्हें भेज दिया जाए।