परिवार वालों को भी नहीं पता कि अजीत ने क्यों मौत को चुना, पानी की टंकी से लगाई थी छंलाग
इज्ज्तनगर के रहपुरा चौधरी में 40 फिट ऊंची पानी की टंकी से कूदकर खुदकुशी करने वाले नाबालिग अजीत की मौत पर स्वजन भी परेशान हैं। पोस्टमार्टम में मौजूद पूरा परिवार बिलख रहा था। परिवार वाले भी यह नहीं समझ पा रहे हैं कि आखिर अजीत ने खुदकुशी क्यों की।
बरेली, जेएनएन। इज्ज्तनगर के रहपुरा चौधरी में 40 फिट ऊंची पानी की टंकी से कूदकर खुदकुशी करने वाले नाबालिग अजीत की मौत पर स्वजन भी परेशान हैं। पोस्टमार्टम में मौजूद पूरा परिवार बिलख रहा था। परिवार वाले भी यह नहीं समझ पा रहे हैं कि आखिर अजीत ने खुदकुशी क्यों की। सुबह वह दुकान के लिए हंसते हुए निकला था। दोपहर में लौटकर घर पर खाना खाया, फिर वह मोबाइल घर पर ही छोड़कर दोबारा दुकान जाने के लिए निकला था लेकिन रात तक घर नहीं पहुंचा।
इज्जतनगर के बसंत विहार निवासी कैलाश दिवाकर के चार बेटे हैं। उनमें से तीसरे नंबर का बेटा अजीत दिवाकर बारादरी के माधोबाड़ी में एक सेनेटरी की दुकान में नौकरी करता था। सुबह वह दुकान पर काम करने गया। दोपहर में एक बजे खाना खाने घर आया। डेढ़ बजे वह मोबाइल घर पर छोड़कर दुकान के लिए निकला लेकिन वह दुकान न जाकर रहपुरा चौधरी पहुंचा। जहां देर शाम उसने पानी की टंकी से कूदकर खुदकुशी कर ली थी। शव की पहचान नहीं होने पर पुलिस ने अज्ञात में पोस्टमार्टम भेजा था। रात तक जब अजीत घर नहीं पहुंचा तो स्वजन ने उसकी तलाश शुरू की थी। देर रात स्वजन तलाश करते हुए चौकी पहुंचे तो नाबालिग की खुदकुशी की बात पता चली। पुलिस ने जब मृतक की फोटो दिखाई तो स्वजन फोटो देखते ही बिलख पड़े और अजीत की पहचान की। पुलिस ने शव के पोस्टमार्टम के बाद लाश स्वजन को सौंप दी।
आखिर घर पर मोबाइल क्यों छोड़ा
स्वजन ने बताया कि अजीत को कोई भी परेशानी या दिक्कत नहीं थी। उसने घर में भी कोई चर्चा नहीं की। उसने मोबाइल घर पर क्यों छोड़ा, पता नहीं। स्वजन अब अंतिम संस्कार के बाद मोबाइल के जरिए अजीत की खुदकुशी का कारण पता करने का प्रयास करेंगे।