SCAM: बदायूं में एक करोड़ से ज्यादा का घोटाला, ईओ और लिपिक निलंबित
फैजगंज बेहटा नगर पंचायत में एक करोड़ से ज्यादा का घोटाला हुआ। लोकायुक्त के निर्देश पर शुरू हुई जांच में तत्कालीन ईओ मुकेश चंद्र जौहरी और लिपिक रामवीर सिंह को निलंबित कर दिया गया।
बदायूं, जेएनएन: फैजगंज बेहटा नगर पंचायत में एक करोड़ से ज्यादा का गोलमाल उजागर हुआ है। लोकायुक्त के निर्देश पर शुरू हुई जांच में तत्कालीन ईओ मुकेश चंद्र जौहरी और लिपिक रामवीर सिंह पर गाज गिरी है। डीएम की रिपोर्ट पर शासन ने दोनों को निलंबित करते हुए उनके अधिकार तुरंत सीज करने को कहा है। शासनादेश आने के बाद डीएम दिनेश कुमार सिंह ने दोनों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी है।
पूर्व में टैक्स ऑफीसर मुकेश चंद्र जौहरी को ईओ फैजगंज बेहटा का चार्ज दे दिया गया था। उनके साथ ही उसावां के लिपिक रामवीर सिंह को वहां का अतिरिक्त काम सौंप दिया। इसी बीच निकाय चुनाव हुए तो वहां की पूरी पॉवर का फायदा उठाते हुए ईओ और लिपिक ने जमकर धांधली की। बैकडेट में टेंडर कर दिए। तमाम ऐसे उपकरणों का भुगतान निकाल लिया, जिनकी खरीदारी सिर्फ कागजों में ही हो रही थी। इस तरह से एक करोड़ से ज्यादा का गोलमाल किया गया।
निकाय चुनाव खत्म होने के बाद नए बोर्ड को इसकी जानकारी हुई, जिससे सभी हैरान रह गए। लोकायुक्त ने मामले को गंभीरता से लेते हुए डीएम को जांच के निर्देश दिए। डीएम ने एडीएम प्रशासन राम निवास शर्मा को जांच सौंपी। जल्द ही घोटाले की कलई खुल गई। डीएम की रिपोर्ट के बाद अनिल कुमार वाजपेयी विशेष सचिव उत्तर प्रदेश शासन ने तत्कालीन ईओ और लिपिक को निलंबित करने के निर्देश दिए।
खाद घोटाले की भेजी जा चुकी रिपोर्ट
खाद घोटाले की जांच आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा से कराने के लिए यहां से शासन को रिपोर्ट भेजी जा चुकी है। हालांकि अभी इसकी संस्तुति नहीं हुई है। नतीजतन यह जांच यहीं पर अटकी है। आने वाले दिनों में पुलिस खाद की बोरियों की गिनती की तैयारी में है, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि घोटाला कितनी बोरियों का हुआ है।
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