बरेली में जंगली हाथियों ने वन कर्मी को कुचलकर मार डाला, थाना प्रभारी ने हवाई फायरिंग कर बचाई जान Bareilly News
बहेड़ी क्षेत्र में बीते कुछ दिनों से पीलीभीत के रास्ते नेपाल से आए दो जंगली हाथियों ने उत्पात मचा रखा है। पिछले दिनों एक किसान को कुचलकर मौत के घाट उतार चुके हैं।
बरेली, जेएनएन : नेपाल से भटकर पीलीभीत के रास्ते दो जंगली हाथी बहेड़ी क्षेत्र में घुस आए हैं। इन्होंने पिछले कुछ दिनों से इलाके में उत्पात मचा रखा है। एक हफ्ते में हाथियों ने दो लोगों को कुचलकर माैत के घाट उतार दिया। बुधवार को हाथी भटकते हुए तिगड़ी गांव के आग के बाग में पहुंच गए। ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग की टीम और थाना पुलिस मौके पर पहुंची। वन कर्मचारियों ने हाथियों को खदेड़ने का प्रयास किया तो वे हमलावर हो गए।
वन्य कर्मी को कुचलकर मार डाला
बताते हैं, हाथियों ने वन्य कर्मी हेमंत पर जानलेवा हमला कर दिया। जिससे वह बुरी तरह घायल हो गए। थाना प्रभारी श्याम सिंह ने दो हवाई फायर कर किसी तरह अपनी जान बचाई। अन्य वन्य कर्मियों समेत मौके पर मौजूद लोग अपनी जान बचाने के लिए नदी में कूद गए। हाथियों के तेवर देख मौके पर भगदड़ सी मच गई। कोई भी उन्हें खदेड़ने की हिम्मत नहीं जुटा पाया। घायल वन्य कर्मी को टीम ने अस्पताल में भर्ती कराया। जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
इलाके में फैली दहशत, ग्रामीणों ने खुद को घरों में किया कैद
हाथियों के कारण पूरे इलाके में दहशत का माहौल है। किसान की मौत के बाद ग्रामीण खेतों की ओर अकेले जाने से डरने लगे हैं। ग्रामीणों ने खुद को घरों में कैद कर लिया है। जरूरी काम से बाहर निकलना पड़ता है तो ग्रामीण समूह में लाठी-डंडों से लैस होकर निकल रहे हैं ताकि हाथियों के अचानक हमला करने पर आत्मरक्षा कर सके।
किसान को भी कुचलकर उतारा था मौत के घाट
बीते गुरुवार की सुबह जंगली हाथी बहेड़ी के गांव भुडिय़ा कॉलोनी में घुस आए थे। वे काफी आक्रामक थे। ग्रामीणों ने हाथियों से अपनी फसल बचाने को पटाखे दगाने शुरू कर दिए। शोरगुल कर हाथियों को खदेड़ा था तो वे गांव भट्टी की तरफ चले गए थे। वहां भी हाथियों ने खेतों में उत्पात मचाना शुरू कर दिया था। खेत पर काम कर रहे लाखन सिंह को एक हाथी ने सीने पर पैर रखकर उनको कुचल दिया था। बाद में लोगों ने किसी तरह शोर-शराबा कर हाथियों को मौके से खदेड़ा था, लेकिन तब तक लाखन की जान जा चुकी थी।
उत्तराखंड की जाने का दावा करता रहा वन विभाग
हाथियों के किसान को कुचलकर मार डालने की घटना के बाद वन विभाग कोई कदम उठाने के बजाय दावा करता रहा कि हाथी उत्तराखंड की ओर चले गए हैं। अब उनसे कोई खतरा नहीं है जबकि इलाके में ही थे। मंगलवार को भी हाथियों को इलाके में देखा गया था। इसकी सूचना वन विभाग को भी दी गई थी लेकिन विभाग के अधिकारियों ने सुध तक नहीं ली। नतीजन, बुधवार को एक बार फिर हाथी आबादी वाले क्षेत्र में घुस आए और उत्पात मचाना शुरू कर दिया। उन्हें खदेड़ने का प्रयास किया गया तो हमलावर हो गए। बहरहाल, वन विभाग पूरी तरह से हाथी से निपटने में विफल नजर आ रहा है।
हाथियों के सामने वन विभाग दिख रहा लाचार
वन विभाग के रामपुर डीएफओ एके कश्यप अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए हैं। उन्होंने बताया कि हमारा काम पकड़ने का नहीं है। हाथियों को भगाने के लिए शाम तक का इंतजार करना होगा। रात होते ही ये दूसरी जगह बिना नुकसान पहुंचाए चले जाएंगे। टीम के पास हाथी पकड़ने के लिए कोई संसाधन व उपाय नहीं है।