Dengue in Bareilly : बरेली में डेंगू से बुजुर्ग की मौत, मिले 11 नए पाजिटिव केस, जानिए क्या है डेंगू की स्थिति
Dengue in Bareilly कोरोना संक्रमण एक तरफ जिले में दम तोड़ रहा है। वहीं दूसरी ओर डेंगू वायरस स्वास्थ्य अधिकारियों के लिए परेशानी का सबब बन चुका है। वजह जिले में डेंगू के शिकारों की संख्या के साथ ही मौत का आंकड़ा भी बढ़ रहा है।
बरेली, जेएनएन। Dengue in : कोरोना संक्रमण एक तरफ जिले में दम तोड़ रहा है। वहीं दूसरी ओर डेंगू वायरस स्वास्थ्य अधिकारियों के लिए परेशानी का सबब बन चुका है। वजह जिले में डेंगू के शिकारों की संख्या के साथ ही मौत का आंकड़ा भी बढ़ रहा है। चार दिन पहले भी जिले में एसआरएमएस मेडिकल कालेज में भर्ती हुए डेंगू के एक वृद्ध मरीज की उपचार के दौरान मौत हो गई थी। इसका आंकड़ा स्वास्थ्य विभाग में सोमवार देर रात अपडेट हुआ। इस तरह जिले में अब मरने वालों की संख्या सात हो चुकी है। वहीं मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग में आई रिपोर्ट में 11 और डेंगू के मरीज सामने आए, इस तरह जिले में कुल डेंगू के शिकारों की संख्या 419 तक पहुंच चुकी है। इनमें से कुल 26 मरीज जिले अब भी डेंगू का शिकार हैं। वहीं 386 लोग स्वस्थ हो चुके हैं।
मढ़ीनाथ मुहल्ले में फिर एक और मौत
जानकारी के मुताबिक मढ़ीनाथ निवासी धूम सिंह करीब 80 साल के थे। पिछले हफ्ते उनकी तबीयत बिगड़ी तो स्वजन ने जांच कराई। इसमें डेंगू की एलाइजा रिपोर्ट पाजिटिव मिली। वृद्ध को स्वजन ने 29 अक्टूबर को एसआरएमएस मेडिकल कालेज भर्ती कराया। यहां उपचार के दौरान वृद्ध धूम सिंह की मौत हो गई। हालांकि एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आइडीएसपी) में मौत का डेटा सोमवार देर रात यानी एक नवंबर को अपडेट किया गया।
570 जांचों में मलेरिया का एक केस
डेंगू के मरीज जहां तेजी से बढ़ रहे हैं। वहीं मलेरिया का असर काफी कम हुआ है। मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग के पास अपडेट हुई जांच रिपोर्ट के मुताबिक कुल 570 जांचों में से मलेरिया का एक केस सामने आया। हालांकि यह केस खतरनाक फैल्सीपेरम का था, वाइवेक्स का कोई मरीज मंगलवार को सामने नहीं आया। इस तरह जिले में मलेरिया के कुल 2295 सामने आ चुके हैं, इनमें से 1842 वाइवेक्स और 453 फैल्सीपेरम के मरीज मिले हैं।
अभी जिले में सीएचसी के साथ ही जिला अस्पताल में भी डेंगू के मरीजों को भर्ती करने के पर्याप्त इंतजाम हैं। जिन इलाकों में डेंगू के मरीज मिले हैं, वहां सजगता के साथ निरोधात्मक कार्रवाई तत्काल करने के आदेश दिए हैं। - डा. बलवीर सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी