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कोरोना संक्रमण बढ़ने से बरेली में आक्सीमीटर की मांग बढ़ी, दुकानदारों ने आक्सीमीटर के दाम दोगुने किए

जिले में कोरोना संक्रमण तेजी से फैलने के साथ ही बाजार में पल्स आक्सीमीटर आक्सीजन कनसंट्रेटर की मांग बढ़ने लगी है। मांग बढ़ने के साथ ही यह मरीजों के काम आने वाले यह आइटम बाजार से गायब होने लगे हैं। जो बचे भी हैं उनकी कीमतें आसमान छूने लगी हैं।

By Samanvay PandeyEdited By: Published: Tue, 20 Apr 2021 11:27 AM (IST)Updated: Tue, 20 Apr 2021 11:27 AM (IST)
कोरोना संक्रमण बढ़ने से बरेली में आक्सीमीटर की मांग बढ़ी, दुकानदारों ने आक्सीमीटर के दाम दोगुने किए
15 दिन पहले तक 750 रुपये में बिका पल्स आक्सीमीटर, अब 1500 में मिल रहा।

बरेली, जेएनएन। जिले में कोरोना संक्रमण तेजी से फैलने के साथ ही बाजार में पल्स आक्सीमीटर, आक्सीजन कनसंट्रेटर की मांग बढ़ने लगी है। मांग बढ़ने के साथ ही यह मरीजों के काम आने वाले यह आइटम बाजार से गायब होने लगे हैं। जो आइटम बाजार में बचे भी हैं, उनकी कीमतें आसमान छूने लगी हैं। पल्स आक्सीमीटर के दाम कुछ दिनों में ही दोगुने हो गए हैं। वही, आक्सीजन कनसंट्रेटर तो बाजार से गायब ही हो गया है। ऐसे में मरीजों को परेशानी हो रही है। वह महंगे दामों में यह संसाधन खरीदने को मजबूर हो रहे हैं। 

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जिले में माइक्रोटेक कंपनी के पल्स आक्सीमीटर की डिमांड सबसे अधिक है। बाकी कुछ चाइनीज आक्सीमीटर भी बाजार में हैं, जो सस्ते तो हैं लेकिन उन्हें खरीदने से लोग बच रहे हैं। पल्स आक्सीमीटर की मैक्सीमम रिटेल प्राइज (एमआरपी) करीब 2499 रुपये है। मार्च में यह बाजार में करीब साढ़े छह सौ रुपये में मिल रहा था। करीब 15 दिन पहले तक इसकी कीमत साढ़े सात सौ रुपये तक थी। अब इसके दाम बढ़कर करीब डेढ़ हजार रुपये हो गई है। इसके पीछे व्यापारियों का कहना है कि पिछले साल कंपनी ने भारी मात्रा में आइटम तैयार किया था। स्टॉक अधिक होने के कारण उन्होंने कम दामों में निकाला। अब मांग बढ़ने पर रेट बढ़ा दिए गए हैं।

बदायूं से यहां पहुंच रहे खरीदार

पल्स आक्सीमीटर आसपास के जिलों के बाजारों से एकदम गायब हो गए हैं। आलम यह है कि वहां से जरूरतमंदों को यहां शहर में आना पड़ रहा है। रविवार को साप्ताहिक बंदी के बाद सोमवार को खुले बाजारों में तमाम लोग आसपास के जिलों से पहुंचे। बदायूं से आए काशीराम ने बताया कि वहां कई दिनों से पल्स आक्सीमीटर नहीं मिल रहा है। यहां सिर्फ वही खरीदने आए थे। करीब डेढ़ हजार रुपये का मिला है।

आक्सीजन कनसंट्रेटर बाजार से हुआ गायब

पिछले साल भी कोरोना संक्रमण के समय लोगों ने आक्सीजन की कमी होने पर आक्सीजन कनसंट्रेटर खरीदे थे। इस बार फिर तेजी से ऑक्सीजन कनसंट्रेटर की मांग बढ़ गई है। अस्पतालों में जरूरतमंदों को आक्सीजन नहीं मिल पा रही है। इस कारण लोगों ने अपने घरेलू इस्तेमाल के लिए तेजी से आक्सीजन कनसंट्रेटर खरीदे हैं। इसका नतीजा यह हुआ कि मौजूदा समय में बाजार में आक्सीजन कनसंट्रेटर गायब हो गए हैं। सर्जिकल आइटम बेचने वालों की दुकान पर रोजाना खरीदार लौट रहे हैं।

आक्सीजन कनसंट्रेटर के यह फायदे

विक्रेताओं के अनुसार एक ऑक्सीजन कनसंट्रेटर से हवा से ऑक्सीजन का निर्माण करता है। इसमें एक मिनट में करीब पांच लीटर ऑक्सीजन बनती है। बिजली से चलने वाली यह मशीन 24 घंटे ऑक्सीजन उपलब्ध कराती है। इससे मिलने वाली ऑक्सीजन की शुद्धता सौ फीसद होती है। इसके सिलिंडर में बार-बार ऑक्सीजन भरवाने की जरूरत नहीं पड़ती है। एक बार रकम खर्च कर हमेशा के लिए सुविधा मिल जाती है।


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