पल्स ऑक्सीमीटर की ओवररेटिंंग पकड़ने दौड़ी ड्रग विभाग की टीम
कोरोना संक्रमण बढऩे के साथ आक्सीमीटर की कालाबाजारी और ओवररेटिंंग की शिकायतें बढ़ गई। गुरुवार को औषधि विभाग की टीम ने कई बड़े बाजारों की केमिस्ट शॉप पर छापामारी की।
बरेली, जेएनएन : कोरोना संक्रमण बढऩे के साथ आक्सीमीटर की कालाबाजारी और ओवररेटिंंग की शिकायतें बढ़ गई। गुरुवार को औषधि विभाग की टीम ने कई बड़े बाजारों की केमिस्ट शॉप पर छापामारी की। यहां ऑक्सीमीटर की बिक्री और रिकार्ड जांचे। कालाबाजारी और ओवररेटिंंग के साथ जांचा गया कि जो ग्राहक दुकान पर दवा खरीद है, उनके ऑक्सीजन का स्तर भी जांचा जा रहा है या नहीं, जारी शासनादेश के मुताबिक दवा के खरीदारों के भी रिकार्ड बनाए जाने हैं।
गुरुवार दोपहर को औषधि विभाग के ड्रग इंस्पेक्टर विवेक कुमार और उर्मिला ने सर्किट हाउस, शास्त्रीमार्केट, पीलीभीत रोड, स्टेडियम रोड और रामपुर बाग के पास के केमिस्ट स्टोर पर छापामारी की। यहां उन्हें दवा लेने वालों के पहले आक्सीजन स्तर जांचने की पुष्टि हुई। दो दुकानों पर लापरवाही मिली, जिन्हें हिदायत देते हुए सख्ती के साथ आक्सीजन स्तर देखने के लिए निर्देश दिए गए। साथ ही, उन्हें ग्राहकों का पूरा रिकार्ड बनाने के लिए कहा गया है।
सप्लाई की कमी बताकर ग्राहक कर रहे गुमराह
आक्सीमीटर दो तरह का बाजार में मुहैया है। एक इंडियन कंपनी का, जबकि दूसरा चाइनीज। चाइनीज आक्सीमीटर करीब 1500 रुपये का बिक रहा था। लेकिन इधर कीमत 1800 से दो हजार के बीच हो चुकी है। वही इंडियन कंपनी का बना हुआ आक्सीमीटर दो हजार से ढाई हजार के बीच बिकने लगा है। दुकानों पर उत्पाद की कमी बताकर ग्राहकों को गुमराह किया जा रहा है।
-----------------
मंडल की टीमों को छापामारी के लिए भेजा गया था। दुकानदारों के रिकार्ड जांचे गए हैं। ऑक्सीमीटर की कालाबाजारी और ओवररेटिंंग नहीं होने दी जाएगी।
- संजय कुमार, सहायक ड्रग आयुक्त
सभी केमिस्ट एसोसिएशन से जुड़े दवा के दुकानदारों को नियमों के बारे में बता दिया गया है। ग्राहकों के भी दवा देने से पहले आक्सीजन स्तर की जांच हो रही है।
- दुर्गेश खटवानी, केमिस्ट एसोसिएशन