Jagran Impact : अंधेरे में बस दौड़ाकर यात्रियों की जान से खिलवाड़ करने वाले चालक को सजा के साथ मिली ये चेतावनी Bareilly News
बगैर हेडलाइट के रोडवेज बस दौड़ाने के मामले में चालक और परिचालक पर कार्रवाई की गई है। दोनों संविदा कर्मचारियों को एक हफ्ते तक ड्यूटी नहीं दिए जाने का आदेश जारी किया गया है।
जेएनएन, बरेली : बगैर हेडलाइट के रोडवेज बस दौड़ाने के मामले में चालक और परिचालक पर कार्रवाई की गई है। दोनों संविदा कर्मचारियों को एक हफ्ते तक ड्यूटी नहीं दिए जाने का आदेश जारी किया गया है। साथ ही भविष्य में इस तरह की गलती होने पर सेवा समाप्त करने किए जाने की चेतावनी दी गई है। यह कार्रवाई दैनिक जागरण के मामला उठाने के बाद उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की स्थानीय डिपो के एआरएम वीके गंगवार ने कार्रवाई की है।
अंधेरे में ही बस दौड़ाता रहा चालक : 13 जनवरी की शाम करीब सवा छह बजे पीलीभीत डिपो की बस संख्या यूपी 25 एटी 0893 बरेली के सेटेलाइट बस स्टैंड से करीब पचास यात्रियों को लेकर पीलीभीत रवाना हुई थी, लेकिन बस की दोनों हेडलाइट खराब थी। इसके बाद भी चालक अंधेरे में ही बस को दौड़ाता रहा।
यात्रियों की बात को किया अनसुना : बरेली शहर से बाहर निकलते ही यात्रियों ने हेडलाइट खराब होने की बात पर नाराजगी जतानी शुरू कर दी, लेकिन बस के चालक और परिचालक ने उनकी एक न सुनी। चालक बस को ट्रक के पीछे दौड़ाता हुआ नवाबगंज तक ले आया।
यात्रियों ने रास्ते में किया था हंगामा : यात्रियों के विरोध करने पर चालक ने नवाबगंज में प्राइवेट मिस्त्री से हेडलाइट को ठीक करवाया था। इस दौरान यात्रियों ने वहां हंगामा किया। इस बस में सफर कर रहे शहर के गोदावरी एस्टेट कॉलोनी निवासी डॉ प्रदीप कुमार सक्सेना ने अन्य यात्रियों के साथ चालक और परिचालक से खासी नाराजगी जताई।
सेवा समाप्त करने की दी गई चेतावनी : डॉ. सक्सेना ने इस मामले की शिकायत स्थानीय डिपो के एआरएम विजय कुमार गंगवार से करते हुए कार्रवाई की मांग की। जिस पर एआरएम ने उक्त बस के चालक उमाकांत तथा परिचालक भानुप्रताप को एक हफ्ते तक ड्यूटी पर नहीं लेने का आदेश दिया है। दोनों कर्मचारियों को भविष्य में इस तरह की गलती किये जाने पर सेवा समाप्त करने की चेतावनी दी गई है।