अस्पताल में साहब बने बैठे डॉक्टर देखें मरीज
शासन की मंशा के मुताबिक अब विशेषज्ञ डॉक्टर दफ्तर में साहब बने नहीं बैठे रहेंगे।
जेएनएन, बरेली : शासन की मंशा के मुताबिक अब विशेषज्ञ डॉक्टर दफ्तर में साहब बने नहीं बैठे रहेंगे। उन्हें अस्पताल में मरीजों को देखना होगा। इसके लिए सोनभद्र की तर्ज पर एक्शन प्लान बनाया जाएगा। विशेषज्ञ डॉक्टर का भरपूर इस्तेमाल मरीजों को इलाज मुहैया कराने में किया जाएगा।
रात करीब दस बजे जिला अस्पताल पहुंचे प्रमुख सचिव संजय भूसरेड्डी ने ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि सबसे पहले महिला अस्पताल की नई मैटरनिटी विंग और निर्माणाधीन तीन सौ बेड के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल को सही तरीके से क्रियाशील कराया जाना है। डॉक्टरों की कमी रहेगी, जितने हैं उनका ही सही से इस्तेमाल करना होगा। ताकि मरीजों को इलाज मुहैया कराने की शासन की मंशा पूरी हो सकी। उन्होंने कहा कि जिले के अधिकारी इसके लिए प्लान तैयार करेंगे। इससे पहले उन्होंने महिला अस्पताल की नई बिल्डिंग का निरीक्षण किया। ओपीडी में डॉक्टरों की संख्या पूछी। लेबर रूम को बाहर से ही देखा। ऊपर मंजिल में पहुंचे तो रैंप पर पान-गुटखे की पीक देखकर नाराज हुए। सीएमएस से दीवारों पर चेतावनी लिखवाने व जुर्माना लगाने को कहा। काउंसलर, टीकाकरण, फैमली प्लानिंग आदि कक्ष भी देखा। इसके बाद रास्ते में एंबुलेंस के कर्मचारी से वाहनों की हालत पूछी। फिर जिला अस्पताल की पैथोलॉजी लैब में गए। वहां होने वाली जांचों की जानकारी ली। डिजिटल एक्स-रे मशीन के बारे में भी पूछा। बाद में इमरजेंसी पहुंचे और नर्स से मरीजों के बारे में पूछा। दवाओं की उपलब्धता के बारे में भी जानकारी ली। पीलीभीत बाईपास पर बने स्पाइनल इंजरी सेटर के बारे में भी पूछा। ट्रामा सेटर नहीं होने पर सीडीओ से लिखकर भेजने को कहा। इस दौरान डीएम वीरेंद्र कुमार सिंह, सीडीओ सत्येंद्र सिंह, एडीएम (ई) रामसेवक द्विवेदी, सिटी मजिस्ट्रेट एके शुक्ला, एडीएसआइसी डॉ. केएस गुप्ता, एसीएमओ डॉ. रंजन गौतम आदि मौजूद रहे।