कोरोना को लेकर कमिश्नर ने लगाई क्लास, फेल हुए बदायूं के जिला सर्विलांस अधिकारी
कोरोना में सेहत महकमे के सर्विलांस अफसर की अहम भूमिका है। लेकिन जिले में यह पद कागजी बनकर रह गया है।
बदायूं, जेएनएन। कोरोना में सेहत महकमे के सर्विलांस अफसर की अहम भूमिका है। लेकिन, जिले में यह पद कागजी बनकर रह गया है। इसकी बानगी दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे मंडलायुक्त रणवीर प्रसाद की कलेक्ट्रेट में हुई जिला स्तरीय अफसरों की बैठक में दिखी। उन्होंने कोरोना संक्रमण की स्थिति सर्विलांस अधिकारी डॉ. सुशील कुमार से मांगी। लेकिन वह सही जवाब नहीं दे सके। वह अब तक हुई कुल जांचों की जानकारी भी नहीं दे सके। इस पर मंडलायुक्त ने नाराजगी जताई।
बैठक में उन्होंने सीएमओ डॉ. यशपाल सिंह को निर्देशित किया कोरोना महामारी के समय में इस तरह की व्यवस्था ठीक नहीं। लापरवाह डॉक्टरों पर कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके साथ ही संचारी रोगों से बचाव कार्यों की जानकारी ली। मलेरिया प्रभावित क्षेत्रों में स्लाइड एवं आरडीटी की जांच नियमित रूप से कराने के निर्देश दिए। कंट्रोल रूम स्थापित कर मुख्य विकास अधिकारी निशा अनंत को मॉनीङ्क्षट्रग की जिम्मेदारी दी। जिलाधिकारी कुमार प्रशांत, एसएसपी अशोक कुमार त्रिपाठी समेत सभी जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।
नाला सफाई पर जताया असंतोष
शहर में नाला सफाई समय से नहीं होने पर नाराजगी जताई। सिटी मजिस्ट्रेट को इसे जल्द पूर्ण कराने के निर्देश दिए। नालों पर जहां भी अतिक्रमण है उसे जल्द से जल्द हटवाया जाए। इसके साथ ही बाढ़ खंड अफसरों को सभी तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए। नाव के साथ मोटरवोट की व्यवस्था रखे। बाढ़ चौकियों को सक्रिय करें।
हर कार्यालय में बनाए हेल्प डेस्क
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी अरुण कुमार जादौन को निर्देश दिए कि गंगा किनारे के गांवों में शतप्रतिशत पशुओं का टीकाकरण करा लिया जाए। सभी कार्यालयों में हेल्पडेस्क की व्यवस्था की जाए। यदि किसी कर्मचारी को खांसी, बुखार, जुकाम, सांस लेने में दिक्कत आदि जैसी कोई समस्या है तो उसकी कोरोना की जांच कराई जाए। उन्होंने डीपीआरओ डॉ. सरनजीत कौर को गांवों में विशेष सफाई अभियान चलाने के निर्देश दिए।