शाहजहांपुर के जिला अस्पताल में लड़ते रहे स्टाफ और तीमारदार, चली गई मरीज की जान Shahjahanpur News
प्राइवेट वार्ड में मरीज को देखने आए तीमारदारों से स्टाफ का विवाद हो गया। बात बढ़ी तो स्टाफ ने हड़ताल कर दी। अधिकारी बातचीत कर मामले को सुलझाने में लगे रहे।
जेएनएन, शाहजहांपुर: प्राइवेट वार्ड में मरीज को देखने आए तीमारदारों से स्टाफ का विवाद हो गया। बात बढ़ी तो स्टाफ ने हड़ताल कर दी। अधिकारी बातचीत कर मामले को सुलझाने में लगे रहे। इसी बीच मरीज की मौत हो गई। स्थिति की नाजुकता को भांपते हुए डॉक्टर वापस काम पर लौट गए। इसके बाद मामला शांत हो गया।
थाना सिंधौली क्षेत्र के गांव पनवाड़ी निवासी रविंद्र नाथ दीक्षित की 60 वर्षीय पत्नी गिरजा देवी ब्रेन ट्यूमर से पीडि़त थीं। हालत बिगडऩे पर परिजनों ने उन्हें गुरुवार को जिला अस्पताल के प्राइवेट वार्ड में भर्ती कराया था। वह भाजपा नेता राजकमल वाजपेयी की मौसी थीं। शुक्रवार दोपहर करीब 12.30 बजे राजकमल अपने कुछ साथियों के साथ उनका हालचाल लेने जिला अस्पताल पहुंचे तो स्टाफ ने वार्ड में इतने लोगों के एकसाथ आने पर एतराज किया। इसी बात को लेकर विवाद खड़ा हो गया।
विवाद बढ़ा तो डॉक्टर समेत स्टाफ ने हड़ताल कर दी। ओपीडी, वार्ड, इमरजेंसी छोड़कर अस्पताल सभागार में एकत्र हो गए। सूचना पर सीएमओ डॉ. आरपी रावत, सिटी मजिस्ट्रेट अरङ्क्षवद कुमार व सीओ सिटी महेंद्र पाल ङ्क्षसह पहुंच गए। उसी समय जेडी हेल्थ नरेंद्र कुमार जिला अस्पताल का निरीक्षण करने आए तो वह भी मामले को सुलझाने में लग गए। लेकिन स्टाफ हड़ताल खत्म करने को राजी नहीं हुआ। दोनों पक्ष हंगामा करते रहे। इसी बीच गिरजा देवी ने दम तोड़ दिया। इसके बाद परिजन चुपचाप गिरजा देवी का शव लेकर चले गए। वहीं, स्टाफ काम पर लौट गया।
सीएमओ बोले- पहले से गंभीर हालत में थी मरीज
महिला की हालत पहले से गंभीर थी। जिससे उसकी मौत हो गई। फिलहाल दोनों पक्षों में समझौता हो गया है। सीएमएस मामले में शाम को रिपोर्ट देंगे। -डॉ. आरपी रावत, सीएमओ
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