Move to Jagran APP

महिला पुलिसकर्मियों के लिए बरेली के डीआइजी बने 'पैडमैन' Bareilly News

पुलिस लाइन में सेनेटरी पैड मैन्युफैक्चरिंग यूनिट की स्थापना कराई है। यहां पैड बनाकर कम से कम दाम पर महिला पुलिस कर्मियों को उपलब्ध कराया जाएगा।

By Edited By: Published: Mon, 06 Jan 2020 09:02 AM (IST)Updated: Mon, 06 Jan 2020 06:34 PM (IST)
महिला पुलिसकर्मियों के लिए बरेली के डीआइजी बने 'पैडमैन' Bareilly News
महिला पुलिसकर्मियों के लिए बरेली के डीआइजी बने 'पैडमैन' Bareilly News

अंकित गुप्ता, बरेली : उप्र पुलिस में महिला पुलिस कर्मियों की संख्या में इजाफा हुआ है। महिलाओं के प्रति बढ़े अपराधों को रोकने में अब यह सहायक बन रहीं हैं। ऐसे में महिला पुलिस कर्मियों का खुद भी स्वस्थ रहना जरूरी है। इसके लिए बरेली के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआइजी) राजेश पाडेय खुद 'पैडमैन' की भूमिका निभा रहे हैं।

loksabha election banner

पुलिस लाइन में लगाई गई मैन्युफैक्चरिंग यूनिट

उन्होंने पुलिस लाइन में सेनेटरी पैड मैन्युफैक्चरिंग यूनिट की स्थापना कराई है। यहां पैड बनाकर कम से कम दाम पर महिला पुलिस कर्मियों को उपलब्ध कराया जाएगा। यह तो प्राथमिक योजना है। प्रयोग सफल रहा तो जिले की गरीब महिलाओं को भी इससे लाभान्वित किया जाएगा। पुलिस लाइन में लगी मशीन की कीमत करीब तीन लाख रुपये है। मशीन से पैड बनाने का परीक्षण भी हो चुका है। परीक्षण में एक पैड की कीमत की लागत एक से सवा रुपये के करीब आ रही है।

14 से होगी यूनिट की विधिवत शुरूआत

मशीन संचालित करने के लिए पुरुष के अलावा महिला पुलिस कर्मियों को भी प्रशिक्षित किया गया है। अब इस सेनेटरी पैड मैन्युफैक्चरिंग यूनिट की विधिवत शुरुआत 14 जनवरी को की जाएगी।

पॉलीथिन का इस्तेमाल नहीं

सेनेटरी पैड की बिक्री की जाएगी। इसके लिए पैकेट भी बनेंगे, लेकिन यह पैकेट पॉलीथिन के नहीं होंगे। इसके लिए कागज का लिफाफा होगा, जिसमें दस पैड पैक किए जाएंगे।

इन्हें मिलेगा लाभ

पुलिस लाइन में रह रहीं महिला पुलिस कर्मियों, यहा रहने वाले पुलिस कर्मियों के परिवार की महिलाओं, पुलिस मॉडल स्कूल की बच्चियों, महिला रिक्रूट, महिला कल्याण केंद्र में तैनात कर्मी इसका लाभ ले सकेंगे। इसके अलावा जिले के थाने में तैनात महिला पुलिस कर्मियों समेत कुल चार हजार महिलाओं को इसका लाभ मिलेगा।

जीएसटी का भी होगा पंजीयन

योजना है कि इस यूनिट का महिला पुलिस कर्मियों के साथ ही गरीब महिलाओं को भी लाभ मिले। इसके लिए जीएसटी का पंजीयन कराया जाएगा। इसके बाद थानेवार स्टॉल लगवाकर यह गरीब महिलाओं को भी उपलब्ध कराए जाएंगे।

स्वच्छता की सोच से शुरू हुई पहल

डीआइजी राजेश पाडेय ने बताया कि देश में स्वच्छता को लेकर कई अभियान चल रहे हैं। स्वच्छता से स्वास्थ्य में सुधार लाया जा सकता है। महिला पुलिस कर्मी ड्यूटी पर मुस्तैद रहें। इसके लिए उनका स्वस्थ्य रहना जरूरी है। महिलाओं की समस्या को देखते हुए सेनेटरी पैड बनाने की पहल शुरू की जा रही है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.