डीजल, पेट्रोल और शराब बढ़ाएगी किसानों की आय
डीजल, पेट्रोल और शराब अब किसानों की आय बढ़ाने में मददगार साबित होगी।
बरेली : डीजल, पेट्रोल और शराब अब किसानों की आय बढ़ाने में मददगार साबित होगी। मंडल में पीलीभीत और शाहजहांपुर की दो चीनी मिल अब एथेनॉल बनाने की डिस्टलरी लगाने जा रही हैं। डीजल और पेट्रोल के जरूरी अवयव एथेनॉल को बनाने में शीरे का उपयोग होता है, यह गन्ने की पेराई से निकलता है। वहीं दूसरी तरफ, मौसम की मार से अन्न की बर्बादी के बावजूद किसान के जख्म ज्यादा गहरे नहीं होंगे। क्योंकि, सीबीगंज स्थित शराब फैक्ट्री किसानों का उपयोग न आने वाला अनाज खरीदेगी। प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड में इस बाबत दस्तावेज भी जमा हो चुके हैं।
गन्ना भुगतान में नहीं आएगी परेशानी
शाहजहांपुर स्थित डालमिया चीनी मिल और पीलीभीत की एलएच शुगर मिल में जल्द ही डिस्टलरी खुलने जा रही है। ऐसे में यहां एथेनॉल बनाया जाएगा। डीजल, पेट्रोल में पड़ने वाला जरूरी अवयव एथेनॉल शीरे से बनता है। चूंकि, मंडल में ही एथेनॉल बनाने की फैक्ट्री लगेगी। इससे लगभग पूरे शीरे की खपत आराम से हो जाएगी। अतिरिक्त आय होने से से फैक्ट्री मालिक गन्ना किसानों का भुगतान भी आराम से कर सकेंगे।
न बिकने वाला अनाज खरीदेगी शराब फैक्ट्री
सीबीगंज स्थित शराब बनाने वाली सुपीरियर इंडस्ट्री ने हाल में अपनी क्षमता बढ़ाने का फैसला लिया। सीबीगंज में हुई लोक जनसुनवाई में सशर्त अनुमति मिल गई। अब फैक्ट्री आसपास किसानों का बाजार में न बिक पाने वाला अन्न (जैसे टूटा गेहूं, चावल, मक्का) आदि खरीदेगी। बरसात में भीगने के कारण जो अनाज नहीं बिकता है, उसे भी खरीदा जाएगा। ऐसे में किसानों को बर्बाद अन्न का भी भुगतान होगा।
यह है स्थिति
मंडल में गन्ने की खेती करने वाले किसान : 4.82 लाख
मंडल में गन्ने की उपज : 2033 लाख कुंटल
मंडल में गन्ना खेती की जमीन : 2086 लाख हेक्टेयर
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किसानों की आय बढ़ाने में डीजल-पेट्रोल और यहा तक कि शराब भी कारगर होगी। सुपीरियर इंडस्ट्री बाजार में न बिक पाने वाला अनाज जैसे गेहूं, चावल, जौ, मक्का आदि खरीदेगी। वहीं, मंडल में खुल रही दो डिस्टलरी में एथेनॉल बनेगा, इससे गन्ना किसानों को लाभ पहुंचेगा।
- अनिल कुमार चौधरी, क्षेत्रीय अधिकारी, उप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड