Loksabha Election 2019: विरोधी खेमे को लेकर अखिलेश यादव से मिले धर्मेद्र यादव
सांसद धर्मेद्र यादव व पूर्व विधायक आबिद रजा के बीच पार्टी में विरोधाभास अभी भी बना हुआ है।
जेएनएन, बदायूं : सांसद धर्मेद्र यादव और पूर्व विधायक आबिद रजा के बीच आजम खां ने मध्यस्थता कर भले ही मिलाप करा दिया हो मगर पार्टी में विरोधाभास की स्थिति बनी हुई है। कभी सांसद के समर्थन में आबिद के खिलाफ आवाज बुलंद करने वाले कुछ नेता दोनों के मिलाप से असहज हैं। इसी मुश्किल को दूर करने के लिए सांसद इन्हें लेकर लखनऊ में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मिले। गिले-शिकवे दूर करके फखरे अहम शोबी को सपा ज्वाइन कराई गई।
लोकसभा चुनाव घोषणा के बाद भी पूर्व विधायक आबिद रजा और सांसद धर्मेद्र यादव के बीच तनातनी खत्म नहीं हुई थी। आबिद लगातार बयानबाजी करके मामले को तूल दे रहे थे। हालांकि, सांसद ने इस मामले ज्यादा कुछ नहीं बोला। सत्ता में रहने के दौरान भी दोनों की तल्खी किसी से छिपी नहीं थी। यही कारण था कि सांसद और आबिद के बीच विवाद में सपा नेताओं के अलावा फ्रंटल संगठन भी आगे आए। इसका नतीजा यह निकला कि आबिद पार्टी से बाहर हो गए। विधानसभा चुनाव आया तो यहां से फखरे अहमद शोबी को सपा ने प्रत्याशी घोषित कर दिया। हालांकि, बाद में आबिद की फिर से पार्टी में वापसी हुई और शोबी का टिकट काटकर उन्हें प्रत्याशी बना दिया। उधर, विधानसभा चुनाव में हार के बाद आबिद फिर सांसद धर्मेंद्र के विरुद्ध बोलने लगे। पार्टी कार्यकर्ता पूर्व की तरह धर्मेद्र के साथ खड़े दिखे मगर पिछले दिनों दोनों के बीच समझौते से सांसद समर्थक खफा हैं। इसी नजाकत को देखते हुए फखरे अहमद शोबी को सपा के मुखिया के पास ले जाकर पार्टी की सदस्यता दिलाई गई।