डिप्टी सीएम ने बुजुर्ग मरीज से कहा, तुम्हारा आधार कार्ड हम है! बरेली में पांच दिनों से भटक रहे बुजुर्ग को नही मिला था इलाज
बरेली दौरे पर आए डिप्टी सीएम जिला अस्पताल में एक्स-रे कमरे के बाहर बुजुर्ग मरीज को देखा तो उनसे हालचाल लिया तो पता चला पांच दिनों से पड़े हैं और कोई इलाज नहीं मिला। डाक्टर को तलब किया और फटकार लगाई और इलाज के लिए भर्ती कराया।
बरेली, जागरण संवाददाता: शाम करीब पांच बजे, उप मुख्यमंत्री का काफिला हूटरों की आवाज के साथ जिला अस्पताल में दाखिल हुआ। मैटरनिटी विंग के आगे वह कार से उतरे और अंदर चले गए। भीड़भाड़ देखी तो वार्ड में नहीं घुसे। लेबर रूम वाले पीछे के गेट से बाहर निकल आए। वहां से पैदल ही पुरुष अस्पताल की इमरजेंसी की ओर निकले।
रास्ते में एक्स-रे कमरे के बाहर सोहनलाल नाम के एक बुजुर्ग मरीज करीब पांच दिनों से पड़े थे। उप मुख्यमंत्री ने जब सोहनलाल से पूछा कि बाबा यहां कब से हो, तो सोहनलाल ने बताया कि पांच दिनों से यहां पड़े हुए है। फिर बृजेश पाठक ने पूछा कि कोई इलाज नहीं मिला, तो उन्होंने कहा कि अभी तक किसी भी डाक्टर ने कोई इलाज नहीं किया। इस पर उप मुख्यमंत्री ने तत्काल डाक्टर को तलब किया। मौके पर एडीएसआइसी मेघ सिंह पहुंचे।
बृजेश पाठक ने कहा कि यह मरीज यहां पर पांच दिनों से है। उसे अभी तक भर्ती क्यों नहीं किया गया। इस पर एडीएसआइसी कोई जवाब नहीं दे पाए। तब उनकी जमकर फटकार लगाई। इसके बाद बृजेश पाठक ने खाना मंगाया और सोहनलाल को खाने को दिया, कहा कि पहले खाना खाओ, फिर इलाज कराओ।
तुम्हारा आधार कार्ड हम हैं!
सोहनलाल ने कहा कि इलाज करने से पहले डाक्टर आधार कार्ड मांगते है। इस पर बृजेश पाठक ने कहा कि बाबा, तुम्हारा आधार कार्ड हम है। तुमसे कोई भी अब आधार कार्ड नहीं मांगा जाएगा। तुम्हारा पूरी तरह से इलाज होगा। सोहनलाल के पैर में दिक्कत थी, इसलिए वह चल फिर भी नहीं पा रहे थे। डिप्टी सीएम ने स्ट्रेचर मंगवाकर सोहनलाल को भर्ती कराया।
इसके बाद वह इमरजेंसी में भर्ती मरीजों से बातचीत करने पहुंच गए। नर्सिंग स्टेशन में पहुंचते ही उन्होंने खुद ही वहां से मास्क उठाया और लगा लिया। एक भर्ती महिला मरीज के तीमारदार से पूछा कि अम्मा को क्या दिक्कत है और कब से भर्ती कराया? इस पर तीमारदार ने बताया कि वह उसकी मां है और भर्ती कराए हुए दो दिन हो गए, साथ ही बताया कि जब भी डाक्टरों के पास जाओ तो वह भगा देते है।
बृजेश पाठक की भी मां है
इस पर उन्होंने कहा कि अबकी बार कोई डाक्टर भगाए तो कह देना कि यह मेरी ही मां नहीं बल्कि बृजेश पाठक की भी मां है। उन्होंने आश्वासन दिया, अब उनकी मां का अच्छे से इलाज किया जाएगा। डाक्टरों को चेताया है कि किसी भी तरह की कोई शिकायत नहीं मिलनी चाहिए।
कान में बोले- मैं उप मुख्यमंत्री हूं, कोई समस्या हो तो बताओ
इमरजेंसी में उन्होंने अन्य मरीजों से भी पूछताछ की। भर्ती मरीजों से उन्होंने पूछा कि इलाज ठीक मिला रहा है या फिर नहीं? कोई समस्या तो नहीं हो रही इलाज में? दवाइयों से फायदा है? अधिकांश मरीजों ने सही इलाज मिलने की बात कही। इसके बाद उन्होंने कुछ मरीजों के तीमारदारों से भी कान में कहा, मैं उप मुख्यमंत्री हूं, कोई समस्या हो तो बताओ। मगर एक दो के अलावा किसी ने कोई बड़ी समस्या नहीं बताई।
बिना उम्मीद पहुंच गए जिला अस्पताल
जिला अस्पताल और सीएमओ कार्यालय के अधिकारियों को उम्मीद थी कि मंत्री जिला अस्पताल का निरीक्षण करने के लिए नहीं पहुंचेंगे। क्योंकि, उनके जारी कार्यक्रम में जिला अस्पताल के निरीक्षण का कोई जिक्र नहीं किया गया था। इसलिए सभी चिंतामुक्त थे। मगर जब अचानक से मंत्री बृजेश पाठक ने जिला अस्पताल के निरीक्षण का फैसला किया तो सभी के हलक सूख गए। न तो एडीएसआइसी किसी बात का जवाब दे पा रहे थे, न ही सीएमओ कुछ बोल पा रहे थे।
महिला और बच्चों में जल्द फैलता है इंफेक्शन
जब उप मुख्यमंत्री से कहा गया कि बच्चा वार्ड अभी रह गया है। इस पर उन्होंने कहा कि बच्चा और महिलाओं के यहां वह नहीं जाएंगे। क्योंकि बच्चों और महिलाओं में इंफेक्शन जल्दी फैलता है। इसलिए इमरजेंसी का निरीक्षण किया।