Dengue : निजी अस्पताल कार्ड से ही टेस्ट के बाद बुखार को बता रहे डेंगू का ‘डंक’ Bareilly News
जिले में डेंगू ने पैर पसारे तो इसकी आड़ में खेल भी शुरू हो गया। हकीकत से ज्यादा शोर से स्थिति और बिगड़ गई। निजी अस्पताल कार्ड से ही टेस्ट के बाद बुखार के मरीज को डेंगू पीड़ित बता र
जेएनएन, बरेली : जिले में डेंगू ने पैर पसारे तो इसकी आड़ में खेल भी शुरू हो गया। हकीकत से ज्यादा शोर से स्थिति और बिगड़ गई। निजी अस्पताल कार्ड से ही टेस्ट के बाद बुखार के मरीज को डेंगू पीड़ित बता रहे। जबकि, डेंगू की पुष्टि एलाइजा टेस्ट के बाद ही की जा सकती है। मुख्यमंत्री पोर्टल पर पहुंची एक शिकायत ने इस खेल को बेनकाब किया। जिले में अब तक डेंगू के मरीजों की संख्या 138 हो चुकी है।
अस्पताल ने बताया डेंगू, लैब ने सामान्य बुखार
मुख्यमंत्री पोर्टल पर पहुंचे प्रकरण में शहर के एक मुहल्ले की नाबालिग लड़की कई दिन से बुखार से ग्रसित थी। निजी अस्पताल में दिखाया। उन्होंने डेंगू होना बताया। आशंका होने पर पिता ने बेटी का निजी प्रतिष्ठित लैब में चेकअप कराया। यहां रिपोर्ट में सामान्य बुखार निकला। पोर्टल पर शिकायत के बाद सीएमओ को निर्देश आए। सीएमओ जांच कर रहे हैं।
सीएमओ को सूचना तक नहीं देते
स्वास्थ्य विभाग मरीज का एलाइजा टेस्ट के बाद ही डेंगू होने की पुष्टि करता है। कई अस्पताल कार्ड टेस्ट से ही डेंगू कन्फर्म कर मरीज का इलाज कर अपना बिल बढ़ा रहे। इससे मरीजों का आर्थिक शोषण भी हो रहा है।
डेंगू, स्वाइन फ्लू समेत अन्य बीमारियों के सर्विलांस के लिए सीएमओ कार्यालय में आइडीएसपी (इंटीग्रेटेड डिजीज सर्विलांस प्रोग्राम) सेल बनी है। सीएमओ ने पिछले दिनों सभी निजी अस्पतालों व पैथोलॉजी लैब को पत्र भेजकर डेंगू के मरीजों की सूचना देने के निर्देश दिए थे। फिर भी तमाम अस्पतालों व लैब से सूचना नहीं भेजी जा रही। सीएमओ ने इस पर सख्ती दिखाई है।
जिला अस्पताल में सात नए मरीज भर्ती
जिला अस्पताल का डेंगू वार्ड भरने लगा है। शनिवार को सात नए मरीज भर्ती हुए। आंवला की 22 वर्षीय युवती, लालफाटक का 20 वर्षीय युवक, रिठौरा के 65 वर्षीय बुजुर्ग, बहेड़ी का 15 वर्षीय युवक, सरदार नगर का 22 वर्षीय युवक, स्वालेनगर किला की फूलजहां और नवाबगंज की बीस वर्षीय एक युवती को भर्ती कराया गया है। इन सभी का उपचार चल रहा है।
क्या कहते हैं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी
सीएमओ डॉ. विनीत शुक्ला ने बताया कि मरीज में एलाइजा टेस्ट के बाद आइजीएम पॉजिटिव आने पर ही डेंगू की पुष्टि की जा सकती है। यदि कोई अस्पताल सिर्फ कार्ड से टेस्ट करके ही डेंगू बता रहे हैं तो गलत है। उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।