डेंगू का डंक : घर की फ्रिज में पनपता मिला डेंगू का लार्वा Bareilly News
सीबीगंज के तिलियापुर में बुखार फैलने की सूचना पर मलेरिया विभाग की टीम सोमवार को गांव पहुंची। गांव में अधिकतर लोग वायरल बुखार के चपेट में मिले।
जेएनएन, बरेली : सीबीगंज के तिलियापुर में बुखार फैलने की सूचना पर मलेरिया विभाग की टीम सोमवार को गांव पहुंची। गांव में अधिकतर लोग वायरल बुखार के चपेट में मिले। टीम ने बुखार के 93 रोगियों की जांच की। राहत की बात है कि इनमें डेंगू या मलेरिया नहीं पाया गया।
रोगियों के स्वास्थ्य परीक्षण के बाद टीम ने घरों में जाकर डेंगू के लार्वा की तलाश शुरू कर दी। कई घरों में फ्रिज के पीछे डिप पैन देखा। इसमें पानी काफी समय से बदला नहीं गया था। सात घरों में फ्रिज की डिप पैन से डेंगू के लार्वा पनपते मिले। इस पर सातों घरों के स्वामियों अशरफ खां, रवीना, रूबीना, मुस्कान, इकरार खां, आस्मा, गुलुमुद्दीन को नोटिस दिया। टीम ने करीब 72 घरों का निरीक्षण किया।
18 घरों में सोर्स रिडक्शन कराया गया। घरों में जांच के साथ ही गांव में पायरेथ्रम (स्पेस स्प्रे) का छिड़काव भी किया गया। लोगों को डेंगू से बचाव के प्रति जागरूक करने के लिए पंफलेट भी बांटे गए। इसके अलावा शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सुभाषनगर व इज्जतनगर की आशा वर्कर को डेंगू से बचाव, सोर्स रिडक्शन के लिए घर-घर जाने को कहा गया। टीम में मलेरिया निरीक्षक गुलशन गुप्ता, योगेंद्र कुमार सिंह, श्वेता पांडेय आदि स्टाफ शामिल रहे।
पांच दिन पहले डेंगू के कारण निजी अस्पताल में भर्ती कराए गए लखीमपुर जीआरपी में तैनात सिपाही की इलाज के दौरान मौत हो गई।
नवाबगंज के कल्यानपुर हिकमत अली गांव निवासी सुभाष बाबू (38) तीन भाइयों में बड़े थे। वह मृतक आश्रित में 2012 में बतौर सिपाही भर्ती हुए थे। लखीमपुर खीरी जिले के मैलानी में जीआरपी सिपाही के पद पर तैनात थे। पत्नी मोरकली, दो बेटे व बेटी के साथ गांव में ही रहती हैं। पिछले कुछ समय से उन्हें बुखार आ रहा था। हालत बिगड़ने पर 30 अक्टूबर को शहर के एक निजी अस्पताल में दिखाया। जहां डॉक्टर ने उन्हें डेंगू बताया। सोमवार दोपहर उनकी निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। रोते बिलखते परिजन शव को गांव लेकर चले गए।