चक नापने के लिए मांगे 15 हजार, लेखपाल रंगेहाथ गिरफ्तार
चक नापने के लिए 15 हजार रुपये मांगना चकबंदी लेखपाल को महंगा पड़ गया।
बरेली(जेएनएन)। चक नापने के लिए 15 हजार रुपये मांगना चकबंदी लेखपाल को महंगा पड़ गया। एंटी करप्शन टीम ने बुधवार शाम लेखपाल को 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए सेटेलाइट चौराहे पर रंगे हाथों पकड़ लिया। बाद में उन्हें बारादरी थाने ले जाकर मुकदमा दर्ज कराया गया।
मामला मीरगंज के अम्बरपुर गांव के नरेश चंद्र का है। मीरगंज के ही गांव लभेड़ा पुरोहित में 42 बीघे का एक चक पड़ा है। इस चक में नरेश की 1/8 जमीन आ रही है। चकबंदी विभाग ने इसे 1/12 कर दिया। इस पर नरेश ने सीओ अंतिम अभिलेख के यहां अपील की। अपील के दौरान उनकी बात सही निकली। चक में 1/8 हिस्सा नरेश का पाया गया। आदेश के बाद नरेश ने चकबंदी लेखपाल भानु प्रताप सिंह से जमीन की पैमाइश को कहा। इसके एवज में लेखपाल 15 हजार रुपये मांगने लगे। रोजाना बहाना बना देते। इस पर नरेश रुपये देने को राजी हो गए। हां, इससे पहले उन्होंने एंटी करप्शन (भ्रष्टाचार निवारण संगठन) के प्रभारी इंस्पेक्टर सुरेंद्र सिंह को पूरा मामला बता दिया।इसके बाद एंटी करप्शन की टीम सक्रिय हो गई। बुधवार को लेखपाल और नरेश के बीच सेटेलाइट चौराहे पर लेनदेन हुआ। वहीं टीम ने लेखपाल को दबोच लिया।