Move to Jagran APP

पुरानी सीवर लाइन बंद, मकानों पर मंडराया खतरा

कालीबाड़ी व उसके आसपास क्षेत्रों में नई ट्रंक सीवर लाइन डालने से वहां के मकानों पर खतरा मंडराने लगा है। नई लाइन बिछाने के चलते वहां पुरानी ट्रंक लाइन बंद हो गई है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 25 Oct 2020 02:03 AM (IST)Updated: Sun, 25 Oct 2020 02:03 AM (IST)
पुरानी सीवर लाइन बंद, मकानों पर मंडराया खतरा
पुरानी सीवर लाइन बंद, मकानों पर मंडराया खतरा

बरेली, जेएनएन : कालीबाड़ी व उसके आसपास क्षेत्रों में नई ट्रंक सीवर लाइन डालने से वहां के मकानों पर खतरा मंडराने लगा है। नई लाइन बिछाने के चलते वहां पुरानी ट्रंक लाइन बंद हो गई है। इससे सीवर की गंदगी जमीन के अंदर ही समा रही है। लाइन बिछाने में अभी समय लगेगा लेकिन, अगर बारिश हुई तो लोगों की परेशानी और बढ़ जाएगी। समस्या के चलते जलकल विभाग ने जल निगम को पत्र भेजा है।

loksabha election banner

शहर के कालीबाड़ी क्षेत्र में वर्षो पुरानी ट्रंक सीवर लाइन पड़ी है। इससे पुराना शहर समेत तमाम मुहल्लों का सीवर निकलता है। बीते कुछ माह से जल निगम वहां नई ट्रंक सीवर लाइन बिछाने के लिए सड़क की खोदाई कर रहा है। सीवर लाइन की खोदाई में ठेकेदार की लापरवाही से पुरानी सीवर लाइन कई जगह क्षतिग्रस्त हो गई है। इससे पुरानी सीवर लाइन की सप्लाई बाधित हो गई है। घरों से निकलने वाली गंदगी सीधे जमीन में जा रही है। पानी जमीन में जाने से मकानों की नींव भी कमजोर हो रही है। क्षेत्र के निवासी शंकर लाल, प्रेमपाल यादव, महेश राजपूत ने बताया कि जल निगम की लापरवाही के चलते मकान और दुकानों में सीवर का पानी घुस रहा है। वर्जन

- पुरानी सीवर लाइन के पानी की निकासी बंद होने से लोग लगातार शिकायत कर रहे हैं। इस बारे में जल निगम को पत्र भेजा गया है। पुरानी सीवर लाइन की सप्लाई भी सुचारू रखने को कहा है।

तारकेश्वर पांडेय, सहायक अभियंता, जलकल विभाग

------------------ - जलकल विभाग की ओर से कोई पत्र नहीं मिला है। पुरानी सीवर लाइन की देखरेख नगर निगम के पास है, इसलिए निकासी की व्यवस्था भी उन्हीं को करनी है। नई सीवर लाइन बिछाई जा रही है। पूरी बिछने के बाद उसे शुरू किया जाएगा। जब नई लाइन बिछ जाएगी तो उसको चालू कर दिया जाएगा।

संजय कुमार, अधिशासी अभियंता, जल निगम


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.