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उर्स और धनतेरस : पांच नवंबर को सौहार्द की भी 'अग्निपरीक्षा'

पांच नवंबर इस दफा बेहद खास है। धनतेरस पर धनवर्षा होगी तो दुनिया में इल्म की रोशनी फैलाने वाले आला हजरत के 100वें उर्स का कुल भी इसी दिन होगा।

By JagranEdited By: Published: Tue, 16 Oct 2018 09:01 AM (IST)Updated: Tue, 16 Oct 2018 12:33 PM (IST)
उर्स और धनतेरस : पांच नवंबर को सौहार्द की भी 'अग्निपरीक्षा'
उर्स और धनतेरस : पांच नवंबर को सौहार्द की भी 'अग्निपरीक्षा'

जागरण संवाददाता, बरेली : पांच नवंबर इस दफा बेहद खास है। धनतेरस पर धनवर्षा होगी तो दुनिया में इल्म की रोशनी फैलाने वाले आला हजरत के 100वें उर्स का कुल भी इसी दिन होगा। जाहिर है, ऐसी सूरत में भीड़ के लिहाज से शहर पर भारी दवाब होगा। करीब पांच लाख से ज्यादा लोगों के उर्स में शिरकत करने का अनुमान है तो खरीदारों की भारी भीड़ भी निकलने को बेताब होगी। यही कारण है, पुलिस और प्रशासन चिंतित है। दोनों खास मौके शांति से गुजर जाएं, इसकी भरकस कोशिश हो रही है। दो घंटे में शहर खाली कराने का ताना-बाना बुना जा रहा है लेकिन, यह 'अग्निपरीक्षा' सिर्फ उनकी भर नहीं है। सौहार्द की कसौटी पर पूरी आवाम (जनता) होगा। मिसाल पेश करनी होगी। जताना होगा, बरेली को ऐसे ही नाथों की नगरी और आला हजरत की पाक जमीं नहीं कहा जाता..।

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पुलिस की रणनीति

पुलिस का दावा तो सुखद एहसास कराता है। रणनीति तैयार करने का दावा है। इसके तहत दो घंटे में शहर को खाली कराना होगा। कुल होते ही तेजी से बाहर से आने वाले जायरीन को विदा करा दिया जाएगा। इसके लिए रास्ते पूरी तरह से साफ होंगे। ऐसा भी नहीं कि शहर से जायरीन बाहर निकलें और सड़क पर जाम लग जाए। चप्पे-चप्पे पर पुलिस फोर्स तैनात रहेगा। एसपी सिटी अभिनंदन सिंह का कहना है कि पुलिस टारगेट लेकर चलेगी कि एक से डेढ़ घंटे में शहर खाली हो जाए। इसके लिए अमन कमेटियों का भी सहयोग लिया जाएगा। मुअज्जि लोगों से भी बातचीत की जा रही है।

समय को लेकर दोनों समुदाय से होगी बातचीत

पुलिस प्रशासन कुल व धनतेरस एक ही दिन पड़ने पर दोनों समुदायों के लोगों के संपर्क में हैं। जायरीन से अपील भी की जाएगी कि चार बजे तक वह चले जाएं। वहीं ¨हदू समुदाय से शाम पांच बजे के बाद ही खरीदारी करने के लिए बाजार जाने की बात होगी। इसके लिए दोनों अमन कमेटी व शांति कमेटियों की थानों में बैठक कराई जाएंगी। लोगों से सहयोग मांगा जाएगा।

छावनी बनेगा शहर

कुल वाले दिन शहर में सुरक्षा व्यवस्था के लिए अकेले शहर में ही पांच हजार से ज्यादा पुलिस कर्मी मौजूद होंगे। तकरीबन एक हजार सिपाही और आएंगे। इसके अलावा दारोगा, इंस्पेक्टर, सीओ व एडिशनल एसपी के अलावा पीएसी, बीएसएफ, आरएएफ भी मांगी गई है। वैसे भी वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल ने अधिकारियों को आश्वासन दिया है कि पुलिस फोर्स की कमी नहीं होने दी जाएगी।

राजकीय इंटर कॉलेज में लग सकता है बर्तन बाजार

कुल को देखते हुए पुलिस इस पर भी विचार कर रही है कि राजकीय इंटर कॉलेज में इस बार पटाखा बाजार के बजाए धनतेरस पर बर्तनों का बाजार लगवा दे। कुल की वजह से जो फड़ वाले अपनी दुकान से वंचित रह जाएंगे उन्हें मैदान में जगह मिल जाएगी। साथ ही लोगों को खरीदारी के लिए सुरक्षित जगह व दुकान दोनों मिल जाएंगी।

दरगाह के वालिंटियर करेंगे सहयोग

उन बाजारों में जहां कि धनतेरस पर खरीदारी के लिए भीड़ उमड़ती है, वहां से जायरीन को कुल के बाद पास कराने के लिए दरगाह की तरफ से अपने वालंटियर तैनात किए जाएंगे। इसके लिए समझदार युवकों की सूची तैयार की जा रही है।

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हमारा फोकस जल्द से जल्द शहर को खाली कराने पर रहेगा। इसके लिए रणनीति तैयार की जा रही है। शहर में भारी संख्या में फोर्स तैनात रहेगा। जाम न लगने पाए इसके लिए तैयारियां की जा रही हैं।

- अभिनंदन सिंह, एसपी सिटी

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बड़ी मुश्किल

- तीन रोजा आला हजरत उर्स के कुल में पट जाएंगी गलियां

- मुख्य बाजार समेत प्रमुख रास्ते होंगे भीड़ के हवाले

- दोपहर 2.38 बजे होगा उर्स का कुल, दो दिन से जुटी होगी भीड़

- बहुत कोशिश पर शहर खाली होते-होते बज जाएंगे छह

- उसके बाद ही बाजार सज पाएगा, खरीदारी को भी उमड़ेगा शहर

पुलिस की रणनीति

- एक हजार अतिरिक्त सिपाही मांगे, बीएसएफ, पीएसी, आरएएफ लगेगी

- दो घंटे में पूरा शहर खाली कराने के लिए रास्तों पर लगेंगे लोग

- जायरीन से अपरान्ह चार बजे तक जाने की होगी अपील

- खरीदारी करने वालों से शाम पांच बजे के बाद निकलने को कहा


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