Lockdown : घर की आस में चले थे गाजियाबाद से, बरेली में उतारे गए तो अटकी सांसें Bareilly news
शुक्रवार को रात करीब ग्यारह बजे अचानक गाजियाबाद से 15 बसें यात्रियों को लेकर सेटेलाइट स्टैंड पहुंच गईं। चालक इन बसों को खड़ा कर खिसक लिए तो अफरातफरी मच गई।
बरेली, जेएनएन। घर पहुंचने की आस में शुक्रवार को हजारों लोग गाजियाबाद से 15 बसों में सवार होकर निकले। उम्मीद थी कि रात तक घरों में होंगे, लेकिन अचानक उन्हें बरेली के सैटेलाइट बस अड्डे पर उतार दिया गया। जिसके बाद उनकी सांसें अटक गई। गाजियाबाद से जैसे-तैसे निकलने के बाद उन्हें रात बरेली में काली होती दिखाई देने लगे। वहीं, इतनी बड़ी संख्या में भीड़ देखकर अफसरों के भी हाथ पैर फूल गए।
सूचना पर अपर नगर मजिस्ट्रेट प्रथम रोहित यादव, परिवहन निगम के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक भुवनेश्वर कुमार सैटेलाइट पहुंचे। यात्रियों को फिजिकल डिस्टेंड के अनुसार अलग-अलग कर बैठाया गया। बरेली मंडल समेत यूपी के हजारों लोग दिल्ली में छोटी-मोटी नौकरी व मजदूरी करते हैं। पूरे देश में लॉक डाउन हुआ तो सभी फैक्ट्रियों बंद हो गई।
ऐसे में मजदूरों के पास न तो काम बचा और न ही रात गुजारने के लिए छत। वहीं, दिल्ली में फुटपाथ पर सोने पर पुलिस अलग परेशान करती। ऐसे में दिल्ली से तेजी से पलायन हो रहा है। इसी बीच गाजियाबाद में फंसे एक हजार से ज्यादा लोगों को लेकर रोडवेज की 15 बसें लखनऊ के लिए रवाना हुईं। लेकिन बरेली पहुंचने से पहले आदेश आ गया कि जो जहां है उसे वही रहने दिया जाए। लॉक डाउन का सख्ती से पालन हो।
ऐसे में रोडवेज चालक सैटेलाइट बस अड्डे पर बसों को खड़ा करके चले गए। गाजियाबाद से घर पहुंचने की आस लेकर निकले लोगों को जब इसका पता चला तो उनकी सांसे अटक गईं। उन्हें लगा कि ऐसा न हो कि वह रात में बरेली में ही फंस जाए। यात्रियों ने इस बात को लेकर सैटेलाइट पर हंगामा शुरू कर दिया। इधर, हजारों यात्रियों के पहुंचने की सूचना अधिकारियों को हुई तो उनमें हड़कंप मच गया।
इससे तुरंत प्रशासन को अवगत कराया गया। इसके बाद प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस फोर्स मौके पर पहुंचा। बाद में जिलाधिकारी के आदेश पर यात्रियों को उनके गन्तव्य पर पहुंचाने का निर्णय लिया गया। चूंकि, अधिकांश यात्री शाहजहांपुर और लखनऊ के थे इसलिए उन्हें दूसरी बसें मंगाकर आगे रवाना किया गया। इस दौरान सैटेलाइट घंटों तक अफरा-तफरी का माहौल रहा।