जिले में 100 सटोरियों से क्राइम ब्रांच करती थी वसूली
अपराधियों की हमराह बनी क्राइम ब्रांच के कई राज हैं। यह टीम जिले में 100 से अधिक सटोरियों के अड्डों से वसूली करती रही है। टीम के सदस्यों के संपर्क में पश्चिमी यूपी से लेकर दिल्ली तक के सट्टा कारोबारी थे।
बरेली, जेएनएन : अपराधियों की हमराह बनी क्राइम ब्रांच के कई राज हैं। यह टीम जिले में 100 से अधिक सटोरियों के अड्डों से वसूली करती रही है। टीम के सदस्यों के संपर्क में पश्चिमी यूपी से लेकर दिल्ली तक के सट्टा कारोबारी थे।
क्राइम ब्रांच की टीम का हाल में नोट गिनने और शराब पार्टी का वीडियो वायरल हुआ है। इसके बाद बुधवार को टीम के दो दारोगाओं और आठ सिपाहियों के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया जा चुका है। अब अपराधियों की तरह पूरी टीम फरार है। बरेली में सटोरियों का बड़ा नेटवर्क है। पश्चिम यूपी से लेकर दिल्ली में भी सट्टे का कारोबार यहीं से संभालते हैं। क्राइम ब्रांच इन सभी बड़े कारोबारियों से वसूली करती थी। बदले में उन्हें सट्टा खिलाने का अवैध लाइसेंस दिया जाता था। प्रेमनगर के सट्टा माफिया इरफान मुल्ला हो या सब्बन, बारादरी की राबिया अख्तर हो या सटोरिया अहमद, किला के बाकरगंज की भाभी हो या फिर पश्चिमी उत्तर प्रदेश से लेकर दिल्ली तक का कारोबार करने वाला शाहजहांपुर का बेदी इन सब से क्राइम ब्रांच के संबंध थे। क्राइम ब्रांच के कई पुलिसकर्मियों का कई बार ट्रांसफर हुआ लेकिन हर बार अपना ट्रांसफर रुकवा लेते थे।
शहर में सट्टा कारोबार से वसूली
-बारादरी में 14
- प्रेमनगर में 10
-किला में सात
-इज्जतनगर में छह
-सुभाषनगर में पांच
-सीबीगंज में चार
-केंट में चार
- जिले में 100 तीन साल पहले वायरल हुई थी वसूली की एक लिस्ट
क्राइम ब्रांच की वसूली का मामला कोई नया नहीं है। कई बार वसूली के ऑडियो वायरल हुए लेकिन हर बार मामले दबते रहे। तीन साल पहले क्राइम ब्रांच से ट्रांसफर से नाराज एक दीवान ने क्राइम ब्रांच की वसूली लिस्ट का पन्ना वायरल किया था। इसमें जिले के 100 से अधिक सटोरियों के नाम थे। जिनसे क्राइम ब्रांच वसूली करती थी। वसूली लिस्ट क्राइम ब्रांच के सिपाही ने बनाई थी। जिले में सट्टे से 10 लाख से अधिक की वसूली
सट्टे का काम कर रहे कुछ सटोरियों ने बताया कि छोटे कारोबारियों से 10 हजार और खाईबाड़ी से 50 हजार की वसूली क्राइम ब्रांच करती थी। जिले में करीब 100 सटोरिए है जिनसे क्राइम ब्रांच महीने में 10 लाख से अधिक वसूल करती थी। साहब को बाहर जाना है के नाम पर वसूली
सटोरियों ने बताया कि वह क्राइम ब्रांच को महीना तो देते ही थे। साथ ही महीने में दो बार बेगारी भी करनी पड़ती थी। कभी साहब को बाहर जाना है तो कार बुक करने के नाम पर रुपये तो कभी घर में पेंट कराने के नाम पर। कभी गर्म पानी की केतली और मकान के लिए सरिया सीमेंट तक भिजवाने पड़ते थे।