नकली पान मसाला फैक्ट्री मालिक से भी वसूली करती थी क्राइम ब्रांच
पिछले सप्ताह घूसखोरी का वीडियो वायरल होने के बाद क्राइम ब्रांच के निलंबित पुलिसकर्मियों के कई राज सामने आ रहे। वीडियो में रिकार्ड बातचीत से पता चल रहा कि निलंबित पुलिसकर्मी नकली पान मसाला बनाने वाले से भी हर महीने 20 हजार रुपये की वसूली करते थे।
बरेली, जेएनएन : पिछले सप्ताह घूसखोरी का वीडियो वायरल होने के बाद क्राइम ब्रांच के निलंबित पुलिसकर्मियों के कई राज सामने आ रहे। वीडियो में रिकार्ड बातचीत से पता चल रहा कि निलंबित पुलिसकर्मी नकली पान मसाला बनाने वाले से भी हर महीने 20 हजार रुपये की वसूली करते थे।
वीडियो वायरल होने के बाद दो दारोगा समेत 10 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज कर लिया गया था। जांच शुरू हुई तो पता चला कि वीडियो में सिपाही जिस नितिन का नाम ले रहा, वह नकली पान मसाला फैक्ट्री चलाता था। टीम का एक सदस्य नोट गिनते हुए उससे मिलनी वाली 20 हजार रुपये प्रति माह वसूली के हिस्से को लेकर बात कर रहा।
यह वीडियो अप्रैल में बनाया गया था, जबकि बारादरी पुलिस ने नकली पान मसाला फैक्ट्री 29 सितंबर को पकड़ी। इसका संचालन करने वाले राकेश गुप्ता को गिरफ्तार किया तो पता चला कि तीन गोदाम में नकली माल भरा हुआ है। सभी जगह छापेमारी कर करीब ढाई करोड़ का नकली माल बरामद किया गया था। जिसमें नकली पान मसाला ही नहीं, बीड़ी, शेंपू, गर्म मसाला भी नकली था। इस काम में उसका बेटा नितिन भी शामिल था। अप्रैल में बना यह वीडियो साबित कर रहा कि 20 हजार रुपये प्रति माह देकर संचालक इस फैक्ट्री को सितंबर तक चलाता रहा।
गिरफ्तारी के डर से सभी अंडरग्राउंड
खुद को धाकड़ कहने वाले क्राइम ब्रांच के निलंबित पुलिसकर्मी मुकदमा दर्ज होने के बाद से अंडरग्राउंड हैं। डीजीपी और मुख्यमंत्री कार्यालय से लगातार मॉनीटरिग हो रही है। आरोपितों को गिरफ्तारी का डर है, इसलिए सामने नहीं आ रहे।